Columbus

सर्वाइकल दर्द के लिए कौन सी एक्सरसाइज करें: जानें एक्सपर्ट फिज़ियोथेरेपिस्ट से

सर्वाइकल दर्द के लिए कौन सी एक्सरसाइज करें: जानें एक्सपर्ट फिज़ियोथेरेपिस्ट से

सर्वाइकल दर्द तेजी से बढ़ती आम समस्या बन गई है, खासकर लंबे समय तक मोबाइल और लैपटॉप इस्तेमाल करने वाले लोगों में। विशेषज्ञ फिजियोथेरेपिस्ट सैयद जौहर अली नक़वी के अनुसार आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज, ट्रैपेज़ियस स्ट्रेचिंग और सर्वाइकल ट्रैक्शन जैसी विधियां दर्द कम करने और गर्दन की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मददगार हैं। सही आदतें और नियमित व्यायाम समस्या को नियंत्रित कर सकते हैं।

Cervical Pain: दिल्ली-एनसीआर और देश के अन्य हिस्सों में बढ़ती लाइफस्टाइल समस्याओं के कारण सर्वाइकल दर्द आम हो गया है। गाजियाबाद के MMG जिला अस्पताल के फिजियोथेरेपिस्ट सैयद जौहर अली नक़वी बताते हैं कि लंबे समय तक मोबाइल और लैपटॉप पर झुके रहने, फिजिकल एक्टिविटी की कमी और गलत बैठने की आदतें गर्दन की मांसपेशियों पर दबाव डालती हैं। आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज, ट्रैपेज़ियस स्ट्रेचिंग और सर्वाइकल ट्रैक्शन जैसी तकनीकें दर्द कम करने और गर्दन मजबूत करने में मदद करती हैं। शुरुआती सावधानी और नियमित एक्सरसाइज से दर्द और जकड़न को प्रभावी तरीके से नियंत्रित किया जा सकता है।

बढ़ता सर्वाइकल दर्द और इसके कारण

पिछले कुछ वर्षों में सर्वाइकल दर्द तेजी से आम समस्या बन गई है। लंबे समय तक लैपटॉप या मोबाइल पर झुके रहना, गलत पोजीशन में बैठना, फिजिकल एक्टिविटी की कमी और मानसिक तनाव गर्दन की मांसपेशियों पर दबाव डालते हैं। शुरुआती लक्षण नजरअंदाज करने पर दर्द कंधों, पीठ और हाथों तक फैल सकता है, साथ ही सिरदर्द, चक्कर, हाथों में झनझनाहट और कमजोरी जैसी परेशानियां भी उत्पन्न हो सकती हैं।

गाजियाबाद के MMG जिला अस्पताल के फिजियोथेरेपी हेड सैयद जौहर अली नक़वी के अनुसार, शुरुआती अवस्था में सावधानी और नियमित एक्सरसाइज से समस्या को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।

सर्वाइकल के लिए फायदेमंद एक्सरसाइज

  • आइसोमेट्रिक सर्वाइकल एक्सरसाइज: यह एक्सरसाइज गर्दन को ज्यादा हिलाए बिना हाथ की हल्की मदद से मांसपेशियों को सक्रिय करती है। गर्दन को आगे, पीछे, बाएँ और दाएँ दबाव देकर रोकने की तकनीक से मांसपेशियां मजबूत और स्थिर होती हैं।
  • ट्रैपेज़ियस स्ट्रेचिंग: इस स्ट्रेचिंग में गर्दन और कंधे की तनी मांसपेशियों को धीरे-धीरे खींचा जाता है। इससे ब्लड फ्लो बेहतर होता है और दर्द में राहत मिलती है।
  • सर्वाइकल ट्रैक्शन: फिजियोथेरेपिस्ट की देखरेख में किया जाने वाला यह उपाय गर्दन को हल्का खिंचाव देता है, जिससे नसों पर दबाव कम होता है और दर्द में पर्याप्त आराम मिलता है।

दैनिक आदतों और सावधानियां

  • मोबाइल और लैपटॉप को हमेशा आंखों के स्तर पर रखें।
  • हर एक घंटे में बैठने की पोजीशन बदलें।
  • बहुत ऊंचा या बहुत पतला तकिया न लें।
  • गर्दन और कंधों पर हल्की गर्म सिकाई करें।
  • एक्सरसाइज धीरे-धीरे और नियमित रूप से करें।
  • लगातार दर्द या झनझनाहट होने पर तुरंत फिजियोथेरेपिस्ट से सलाह लें।

सर्वाइकल दर्द आजकल आम समस्या बन चुका है, लेकिन शुरुआती सावधानी, नियमित एक्सरसाइज और सही आदतों से इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। फिजियोथेरेपिस्ट की देखरेख में किए गए उपाय दर्द और जकड़न को कम करने में मददगार साबित होते हैं। 

Leave a comment