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UP News: इटावा कांड पर सख्त अखिलेश, पीड़ितों को दिया आर्थिक सहयोग, जानिए पूरा मामला

UP News: इटावा कांड पर सख्त अखिलेश, पीड़ितों को दिया आर्थिक सहयोग, जानिए पूरा मामला

इटावा में कथावाचकों से बदसलूकी पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लखनऊ बुलाकर उन्हें सम्मानित किया। आर्थिक सहायता भी दी गई। उन्होंने बीजेपी पर PDA समाज के साथ भेदभाव का आरोप लगाया।

UP News: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में कथावाचकों के साथ हुई अभद्रता के मामले में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सभी कथावाचकों को लखनऊ बुलाया और सपा कार्यालय में सम्मानित किया। इस अवसर पर अखिलेश यादव ने न सिर्फ उन्हें सम्मान पत्र प्रदान किया बल्कि आर्थिक सहयोग के रूप में नकद राशि भी दी।

सपा ने की आर्थिक मदद की घोषणा

लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव ने कथावाचकों को 21-21 हजार रुपये की सहायता दी। इसके अलावा पार्टी की ओर से उन्हें अलग से 51-51 हजार रुपये देने की भी घोषणा की गई। अखिलेश यादव का कहना था कि यह सम्मान केवल इन कथावाचकों के योगदान को मान्यता देने के लिए नहीं है, बल्कि एक सामाजिक संदेश भी है।

PDA समाज को अपमानित करने का आरोप

अखिलेश यादव ने इस दौरान भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार में PDA (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) समाज को लगातार हेय दृष्टि से देखा जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि इस समाज को दबाने के लिए उस पर मानसिक दबाव डाला जा रहा है और उनकी सामाजिक चेतना को कुचला जा रहा है।

उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का उदाहरण देते हुए कहा कि देश के सर्वोच्च पद पर बैठी एक महिला भी भाजपा शासन में अपमान का सामना कर चुकी हैं। ऐसे में यह साफ हो जाता है कि भाजपा की सोच किस दिशा में जा रही है।

दान और दक्षिणा पर उठाए सवाल

अखिलेश यादव ने चुनौती भरे लहजे में कहा कि अगर भाजपा समर्थकों को PDA समाज से इतना ही परहेज है तो वे सार्वजनिक रूप से यह घोषणा करें कि वे इन वर्गों द्वारा दी गई कोई दान, दक्षिणा, चढ़ावा या चंदा स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने पूछा कि जब कथा सुनने का अधिकार सभी को है तो कथा कहने का अधिकार केवल कुछ लोगों तक सीमित क्यों होना चाहिए।

प्रभुत्ववादी सोच के खिलाफ आवाज

समाजवादी पार्टी प्रमुख ने कहा कि कुछ वर्चस्ववादी और प्रभुत्ववादी लोग कथावाचन को केवल अपने वर्ग का विशेषाधिकार मानते हैं। वे नहीं चाहते कि PDA समाज के लोग भी इस परंपरा का हिस्सा बनें। उन्होंने इसे सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ बताया और कहा कि इस सोच का सपा विरोध करती है।

कथावाचकों के समर्थन में सपा

अखिलेश यादव ने स्पष्ट किया कि समाजवादी पार्टी PDA वर्ग के साथ है और जब भी उनके साथ अन्याय होगा, पार्टी उनके साथ खड़ी मिलेगी। उन्होंने कहा कि समाज में सभी को बराबरी का हक मिलना चाहिए और किसी भी वर्ग को सामाजिक या धार्मिक कारणों से अलग-थलग नहीं किया जाना चाहिए।

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