उपराष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी ने नामांकन से पहले राहुल गांधी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि राहुल सड़कों को खामोश नहीं रहने देते और लोकतंत्र को मजबूत करते हैं। चुनाव 9 सितंबर को होगा।
New Delhi: इंडी गठबंधन ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार घोषित किया है। रेड्डी 9 सितंबर को होने वाले चुनाव के लिए आज अपना नामांकन दाखिल करेंगे। नामांकन से पहले उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की खुलकर प्रशंसा की और कहा कि वह सड़कों को खामोश नहीं रहने देते, जिससे लोकतंत्र की आवाज़ हमेशा बुलंद रहती है।
राहुल गांधी को लेकर सुदर्शन रेड्डी का बड़ा बयान
बी. सुदर्शन रेड्डी ने नामांकन दाखिल करने से पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कहा कि जब सड़कें खामोश होती हैं, तब संसद आवारा हो जाती है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश के हर अहम मुद्दे पर सड़क से संसद तक सरकार को जवाबदेह बनाते हैं। यही वजह है कि वह सड़कों को शांत नहीं रहने देते और यह लोकतंत्र के लिए बेहद जरूरी है।
लोकतंत्र में जनता की आवाज़ को बताया ताकत
रेड्डी ने कहा कि लोकतंत्र तभी मजबूत होता है, जब जनता की आवाज़ बुलंद हो। उन्होंने याद दिलाया कि राममनोहर लोहिया ने भी यही कहा था कि जब सड़कें खामोश होती हैं, तब संसद जवाबदेह नहीं रहती। राहुल गांधी का सक्रिय रहना और लोगों के मुद्दों को संसद में उठाना लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है।
बिहार में मतदाता सूची पर जताई चिंता
बी. सुदर्शन रेड्डी ने बिहार में मतदाता सूची को लेकर जारी विवाद पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार भारत के लोकतंत्र की नींव है और इसमें किसी भी तरह की गड़बड़ी बेहद गंभीर मामला है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर लोगों से उनका मताधिकार छीना गया, तो यह लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा होगा।
तेलंगाना में जाति जनगणना को लेकर सरकार को किया राज़ी
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश ने बताया कि राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्ष ने तेलंगाना सरकार को व्यवस्थित जाति जनगणना कराने के लिए राजी किया। उनका मानना है कि यह कदम सामाजिक न्याय और समानता को मजबूत करेगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी लगातार देश में लोकतांत्रिक मूल्यों और लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए काम कर रहे हैं।
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए इंडी गठबंधन की तैयारी
इंडी गठबंधन ने बी. सुदर्शन रेड्डी को उपराष्ट्रपति चुनाव का उम्मीदवार बनाकर बड़ा दांव खेला है। रेड्डी को भारत के सबसे प्रतिष्ठित और प्रगतिशील न्यायविदों में से एक माना जाता है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनके नाम की घोषणा करते हुए कहा कि उनका अनुभव और ईमानदारी देश के लिए अमूल्य है।
9 सितंबर को होगा उपराष्ट्रपति चुनाव
बी. सुदर्शन रेड्डी आज औपचारिक तौर पर अपना नामांकन दाखिल करेंगे। उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर को होगा, जिसमें विपक्ष और सत्तारूढ़ गठबंधन के बीच सीधी टक्कर देखने को मिलेगी। रेड्डी का कहना है कि वह लोकतंत्र, संविधान और जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए हमेशा खड़े रहेंगे।
मतदान का अधिकार सबसे बड़ा हथियार: रेड्डी
रेड्डी ने मतदाता सूची पर बोलते हुए कहा कि लोगों का वोट देने का अधिकार ही लोकतंत्र का असली हथियार है। अगर यह अधिकार सुरक्षित नहीं रहा, तो लोकतंत्र का आधार कमजोर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अधिकार को बचाने के लिए हर स्तर पर लड़ाई लड़ी जानी चाहिए।