मध्य प्रदेश की अंजलि सोंधिया ने बिना कोचिंग के UPSC भारतीय वन सेवा (IFS) परीक्षा 2024 में 9वीं रैंक हासिल कर एक प्रेरक उदाहरण पेश किया है। छोटे परिवारिक संघर्षों और असफल प्रयासों के बावजूद उन्होंने सेल्फ स्टडी और रणनीतिक तैयारी के जरिए सफलता प्राप्त की, जो लाखों UPSC उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा बन गई है।
UPSC Success Story: मध्य प्रदेश की अंजलि सोंधिया ने UPSC भारतीय वन सेवा (IFS) परीक्षा 2024 में 9वीं रैंक हासिल की। राजगढ़ की रहने वाली अंजलि ने 12वीं के बाद 2016 में तैयारी शुरू की और पहले तीन प्रयासों में असफल रहने के बावजूद हार नहीं मानी। परिवारिक संघर्ष और कम संसाधनों के बावजूद उन्होंने सेल्फ स्टडी, ऑनलाइन क्लासेस और नियमित मॉक टेस्ट के जरिए सफलता पाई। उनकी कहानी यह दिखाती है कि सही योजना, आत्मविश्वास और निरंतर मेहनत के जरिए कोई भी कठिन परीक्षा पास की जा सकती है।
9वीं रैंक से UPSC भारतीय वन सेवा में सफलता
मध्य प्रदेश की अंजलि सोंधिया ने बिना कोचिंग के UPSC भारतीय वन सेवा (IFS) परीक्षा 2024 में 9वीं रैंक हासिल कर देश भर में अपनी पहचान बनाई। उनके संघर्ष और मेहनत की कहानी लाखों अभ्यर्थियों के लिए प्रेरणा बन गई है। अंजलि ने अपने पहले तीन प्रयासों में असफल रहने के बावजूद हिम्मत नहीं हारी और चौथे प्रयास में सफलता हासिल की।
छोटी उम्र में बड़े सपने
अंजलि की सगाई मात्र 15 साल की उम्र में हो गई थी, लेकिन उनकी मां ने उनकी पढ़ाई जारी रखने का पूरा साथ दिया। पिता के निधन और परिवार की कठिन परिस्थितियों के बावजूद अंजलि ने पढ़ाई में निरंतरता बनाए रखी। उनका परिवार और माता-पिता का समर्थन उनकी सफलता की नींव साबित हुआ।
सेल्फ स्टडी और रणनीतिक तैयारी
अंजलि ने 12वीं के बाद 2016 में यूपीएससी की तैयारी शुरू की। उन्होंने NCERT किताबों और ऑनलाइन क्लासेस की मदद से खुद पढ़ाई की। प्रारंभिक परीक्षा में तीन बार असफल होने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार मॉक टेस्ट और रणनीतिक अध्ययन के जरिए अपने कौशल को सुधारते गए।
कैसे की तैयारी
अंजलि ने सिलेबस को समझकर और नियमित मॉक टेस्ट देकर पूरी योजना के साथ तैयारी की। उनका मानना है कि ठान लेने और ईमानदारी से मेहनत करने वाले हर अभ्यर्थी UPSC जैसी कठिन परीक्षा में सफलता हासिल कर सकते हैं।
प्रेरक संदेश और उपलब्धि का महत्व
9वीं रैंक हासिल कर अंजलि ने साबित किया कि कठिन परिस्थितियों में भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। उनकी कहानी दिखाती है कि सेल्फ स्टडी, सही योजना और आत्मविश्वास किसी भी बड़ी परीक्षा को पार करने में मदद कर सकते हैं।