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यूक्रेन युद्ध समाधान में भारत से मदद की उम्मीद, अमेरिकी सीनेटर का बयान

यूक्रेन युद्ध समाधान में भारत से मदद की उम्मीद, अमेरिकी सीनेटर का बयान

अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने भारत से अपील की कि वह यूक्रेन युद्ध समाप्त करने में पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप की मदद करे। उन्होंने कहा कि भारत का रूस से तेल खरीद पुतिन को युद्ध में ताकत दे रहा है।

US-India: अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने भारत से अपील की है कि वह यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त करने में अपना प्रभाव इस्तेमाल करे और इस प्रक्रिया में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मदद करे। यह बयान ऐसे समय में आया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ घंटे पहले ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की थी। ग्राहम का मानना है कि भारत इस मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है और यह कदम अमेरिका-भारत संबंधों को मजबूत बनाने में मदद करेगा।

'यूक्रेन युद्ध समाधान' को बताया अहम

ग्राहम ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर लिखा कि वह लंबे समय से भारतीय नेताओं से कहते आ रहे हैं कि अमेरिका-भारत रिश्तों में सुधार के लिए सबसे अहम कदमों में से एक है कि भारत, ट्रंप की मदद करते हुए यूक्रेन में जारी इस खूनी संघर्ष को समाप्त कराए। उन्होंने कहा कि भारत रूस से सस्ते तेल का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार है, जो सीधे तौर पर "पुतिन की युद्ध मशीन को ईंधन" देता है।

रूस से सस्ते तेल खरीद पर टिप्पणी

लिंडसे ग्राहम ने स्पष्ट रूप से कहा कि रूस से कच्चे तेल की बड़े पैमाने पर खरीदारी, यूक्रेन में जारी युद्ध को अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन देती है। उनके मुताबिक, इस व्यापार से रूस को आर्थिक मजबूती मिलती है, जो उसके युद्ध संचालन में सहायक है। उन्होंने भारत को सुझाव दिया कि उसका प्रभाव काफी बड़ा है और इसे यूक्रेन युद्ध समाप्त करने की दिशा में इस्तेमाल करना चाहिए।

पुतिन से बातचीत में उम्मीद

ग्राहम ने अपनी पोस्ट में यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन के साथ हालिया फोन वार्ता में यूक्रेन युद्ध को न्यायपूर्ण और स्थायी रूप से समाप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया होगा। उनका कहना था कि भारत का इस मामले में एक विशेष कूटनीतिक प्रभाव है, जिसे वह सही समय पर सही दिशा में उपयोग कर सकता है।

पीएम मोदी और पुतिन के बीच फोन वार्ता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि उन्होंने अपने मित्र, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से विस्तृत और सकारात्मक बातचीत की। इस वार्ता के दौरान पुतिन ने यूक्रेन से जुड़े ताजा घटनाक्रम साझा किए। माना जा रहा है कि इस बातचीत में ऊर्जा सहयोग, व्यापार, और भू-राजनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई।

भारत-रूस शिखर सम्मेलन का निमंत्रण

पीएम मोदी ने पुतिन को इस वर्ष के अंत में होने वाले 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने का न्योता दिया। यह वार्षिक सम्मेलन भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने का एक प्रमुख मंच माना जाता है।

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