Zee Entertainment ने अप्रैल से जून यानी वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। कंपनी ने इस तिमाही में 144 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है, जो पिछले साल की समान तिमाही में दर्ज हुए 118 करोड़ रुपये के मुनाफे के मुकाबले करीब 22 फीसदी ज्यादा है। लेकिन इसके बावजूद कंपनी के शेयरों में 3 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। इसका सबसे बड़ा कारण है कंपनी की कुल आय में गिरावट और विज्ञापन तथा सब्सक्रिप्शन से होने वाली कमाई में आई कमी।
कुल आय में भारी गिरावट
इस तिमाही में Zee की कुल आय 1,849.8 करोड़ रुपये रही, जो बीते साल की पहली तिमाही में 2,149.5 करोड़ रुपये थी। पिछले वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही यानी जनवरी-मार्च 2025 में कंपनी ने 2,220.3 करोड़ रुपये की कमाई की थी। इस तरह देखा जाए तो कंपनी की आमदनी में साल-दर-साल और तिमाही-दर-तिमाही दोनों ही आधार पर गिरावट आई है।
विज्ञापन से होने वाली कमाई पर पड़ा IPL का असर
Zee की आय में सबसे ज्यादा गिरावट विज्ञापन से होने वाली कमाई में देखी गई है। इस तिमाही में कंपनी को विज्ञापन से केवल 758.5 करोड़ रुपये की कमाई हुई। एक साल पहले यही आंकड़ा 911.3 करोड़ रुपये था, यानी लगभग 16.7 फीसदी की कमी आई है। पिछली तिमाही यानी जनवरी-मार्च 2025 में भी यह आय 837.5 करोड़ रुपये थी, यानी तिमाही-दर-तिमाही 9.4 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है।
विशेषज्ञों के अनुसार, आईपीएल का सीधा असर टीवी ब्रॉडकास्टिंग पर पड़ा है। आईपीएल के दौरान विज्ञापनदाता अपना ध्यान स्पोर्ट्स चैनलों और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की ओर ले जाते हैं, जिससे सामान्य एंटरटेनमेंट चैनलों पर दबाव बढ़ता है।
सब्सक्रिप्शन से भी घटी आमदनी
कंपनी को सब्सक्रिप्शन यानी चैनल सब्सक्राइब करने वालों से भी कुछ खास राहत नहीं मिली। इस तिमाही में Zee ने इस मद से 981.7 करोड़ रुपये की कमाई की। एक साल पहले यह आंकड़ा 987.2 करोड़ रुपये था जबकि पिछली तिमाही में 986.5 करोड़ रुपये। इसका मतलब है कि सब्सक्रिप्शन से होने वाली आय भी स्थिर रही या मामूली घट गई।
FMCG कंपनियों के खर्च में कटौती का असर
ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री को इस समय कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। एफएमसीजी कंपनियों की बिक्री में मामूली सुधार तो दिखा है, लेकिन उन्होंने अपने विज्ञापन और प्रमोशनल खर्च में कटौती की है। इसका सीधा असर ब्रॉडकास्टिंग कंपनियों की आय पर पड़ा है। खासकर टीवी माध्यम पर इन कंपनियों की हिस्सेदारी घटती जा रही है और वे डिजिटल की तरफ तेजी से रुख कर रही हैं।
चुनावी सीजन की कमी ने भी घटाई कमाई
पिछले साल की पहली तिमाही में देश में चुनावी माहौल था, जिससे टीवी चैनलों को चुनावी विज्ञापनों से अच्छी कमाई हुई थी। इस बार वैसा कोई चुनावी प्रभाव नहीं था, जिससे विज्ञापन की आय कमजोर रही। टीवी चैनलों की आय का बड़ा हिस्सा चुनावी विज्ञापन से आता है, खासकर न्यूज चैनलों के लिए। इस तिमाही में उस तरह की कमाई नहीं हो सकी।
बाजार में मंद प्रतिक्रिया
नतीजे जारी होने के बाद Zee Entertainment के शेयरों पर दबाव बना रहा। निवेशकों को उम्मीद थी कि कंपनी तगड़ी कमाई के साथ नतीजे पेश करेगी, लेकिन आय में गिरावट ने पूरे मुनाफे की चमक को फीका कर दिया।
बीएसई पर मंगलवार को Zee का शेयर लगभग 3.2 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। कारोबारी सत्र के दौरान इसमें उतार-चढ़ाव जरूर दिखा, लेकिन बाजार के अंत तक यह नुकसान में ही रहा।
बाजार के अनुमान से कमजोर प्रदर्शन
विश्लेषकों को उम्मीद थी कि Zee की विज्ञापन आय 792.4 करोड़ रुपये के आसपास रहेगी और सब्सक्रिप्शन से 995.5 करोड़ रुपये की आमदनी होगी। लेकिन असल आंकड़े इससे नीचे रहे, जिससे निवेशकों का भरोसा कमजोर पड़ा और शेयर में गिरावट देखने को मिली।