नई दिल्ली। केंद्र सरकार के लाखों कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए रक्षाबंधन 2025 से पहले एक बड़ी खुशखबरी आ सकती है। सरकार जुलाई 2025 के लिए महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) में इजाफा करने का ऐलान कर सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस बार डीए में 3 से 4 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी होने की संभावना जताई जा रही है। अगर ऐसा होता है तो वर्तमान में 55 प्रतिशत चल रहा डीए बढ़कर 58 या 59 प्रतिशत तक पहुंच सकता है।
इस बढ़ोतरी से केंद्र सरकार के करीब 48 लाख कर्मचारियों और 68 लाख पेंशनर्स को फायदा मिलने की उम्मीद है। सरकार हर साल दो बार डीए में बढ़ोतरी करती है—एक जनवरी से और दूसरी जुलाई से लागू होती है।
डीए बढ़ोतरी का समय और तरीका
सरकार आमतौर पर महंगाई भत्ते में बदलाव का ऐलान साल में दो बार करती है। पहली बार फरवरी-मार्च के आसपास और दूसरी बार सितंबर-अक्टूबर में। लेकिन इसे लागू जनवरी और जुलाई से किया जाता है। इस बार जुलाई 2025 से डीए की नई दरें लागू हो सकती हैं, लेकिन इसकी घोषणा अगस्त के पहले या दूसरे सप्ताह में होने की संभावना है।
महंगाई भत्ते में यह बढ़ोतरी सातवें वेतन आयोग के तहत की जाएगी। मार्च 2025 में सरकार ने 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी, जिसके बाद डीए 55 प्रतिशत हो गया था।
डीए का कैलकुलेशन कैसे होता है
डीए की गणना एक विशेष फॉर्मूले के आधार पर की जाती है, जो 7वें वेतन आयोग के निर्देशों के अनुसार तय किया गया है। इसके लिए सरकार ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स फॉर इंडस्ट्रियल वर्कर्स (AICPI-IW) का इस्तेमाल करती है। यह इंडेक्स श्रमिकों के लिए रोजमर्रा की चीजों की कीमतों को ध्यान में रखकर तय किया जाता है।
इस इंडेक्स को हर महीने श्रम मंत्रालय के तहत आने वाला लेबर ब्यूरो जारी करता है। देश के 88 औद्योगिक केंद्रों के 317 बाजारों से रिटेल डेटा लेकर यह आंकड़े निकाले जाते हैं।
सातवें वेतन आयोग के तहत डीए की गणना का फॉर्मूला इस प्रकार है:
महंगाई भत्ता (%) = [(पिछले 12 महीनों का औसत CPI-IW – 261.42) ÷ 261.42] × 100
यहां 261.42 वह बेस लेवल है जिसे 7वें वेतन आयोग के समय तय किया गया था।
CPI-IW बढ़ा, तो डीए में इजाफा तय
मार्च 2025 में CPI-IW इंडेक्स 143 था जो मई तक बढ़कर 144 हो गया है। इस बढ़ोतरी को देखते हुए एक्सपर्ट्स का मानना है कि डीए में 3 से 4 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। हालांकि, इसका अंतिम फैसला जून 2025 के CPI-IW आंकड़ों के जारी होने के बाद ही लिया जाएगा। यही आंकड़ा तय करेगा कि डीए 58 प्रतिशत होगा या 59 प्रतिशत।
जुलाई में लागू होने वाली डीए दरें आमतौर पर अगस्त या सितंबर की शुरुआत में घोषित की जाती हैं। इस बार चूंकि रक्षाबंधन 9 अगस्त को है, इसलिए उम्मीद की जा रही है कि सरकार त्योहार से पहले यह तोहफा दे सकती है।
ग्रामीण महंगाई में थोड़ी गिरावट आई
श्रम मंत्रालय के अनुसार, मई 2025 में कृषि और ग्रामीण मजदूरों के लिए खुदरा महंगाई दर (CPI-AL और CPI-RL) घटकर क्रमशः 2.84% और 2.97% पर आ गई है। अप्रैल में ये आंकड़े 3.5 प्रतिशत से ऊपर थे। इसके अलावा, CPI-AL और CPI-RL के इंडेक्स अंक भी घटकर 1305 और 1319 रह गए हैं।
हालांकि इन आंकड़ों का सीधा असर डीए पर नहीं पड़ता, लेकिन ये समग्र रूप से महंगाई के रुझान को दर्शाते हैं और CPI-IW में भी इनका अप्रत्यक्ष असर देखा जा सकता है।
डीआर (पेंशनर्स का भत्ता) में भी समान वृद्धि
महंगाई भत्ते (DA) की तरह ही पेंशनर्स को मिलने वाला महंगाई राहत (Dearness Relief - DR) भी इसी अनुपात में बढ़ाया जाता है। यानी अगर डीए में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी होती है, तो पेंशनर्स को भी उतना ही लाभ मिलेगा।
इससे पहले मार्च 2025 में भी डीआर और डीए दोनों में 2 प्रतिशत की समान वृद्धि की गई थी।
कर्मचारियों की नजर जून 2025 के डेटा पर
अब सबकी नजर जून 2025 के CPI-IW आंकड़ों पर टिकी हुई है, जो जुलाई के आखिर में जारी होंगे। इन आंकड़ों से ही तय होगा कि डीए में कितनी प्रतिशत वृद्धि होगी। अगर CPI-IW में बड़ी बढ़ोतरी नहीं हुई तो सरकार डीए को 58% या 59% पर तय कर सकती है।
इसका असर सीधे तौर पर कर्मचारियों की सैलरी पर पड़ेगा। उदाहरण के तौर पर, जिनकी बेसिक सैलरी ₹30,000 है, उन्हें हर एक प्रतिशत डीए बढ़ोतरी पर ₹300 का फायदा होगा।
त्योहार से पहले जेब में राहत
रक्षाबंधन, जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी जैसे बड़े त्योहारों से पहले महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी होने से केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनर्स को सीधा लाभ मिलेगा। त्योहारों के खर्च को देखते हुए सरकार अगर अगस्त की शुरुआत में डीए का ऐलान करती है, तो यह एक बड़ा तोहफा साबित हो सकता है।
अब सबकी निगाहें श्रम मंत्रालय की ओर हैं कि वह जून के CPI-IW आंकड़े कब जारी करेगा और सरकार डीए में कितनी बढ़ोतरी को मंजूरी देगी। अगर अनुमान सही निकले तो अगस्त में डीए 58 या 59 प्रतिशत पर पहुंच सकता है।