सुलतानपुर में नामांकन का दौर खत्म हो चूका है, जिसके बाद चुनावी महासमर के योद्धाओं की तस्वीर भी बिलकुल स्पष्ट हो गई है। इसी के साथ ही अब चुनावी प्रचार जोर पकड़ेगा। भाजपा सपा और बसपा समेत कुल नौ प्रत्याशी चुनाव रण में हैं।
सुलतानपुर: लोकसबाह चुनाव 2024 के लिए सुलतानपुर में नामांकन का दौर खत्म होने के बाद चुनावी महासमर के योद्धाओं की तस्वीर भी स्पष्ट हो गई है। इसी के साथ अब सभी उम्मीदवार चुनाव प्रचार को गति देंगे। भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के साथ कुल नौ प्रत्याशी चुनाव मैदान में नजर आ रहे हैं। बताया कि गुरुवार को नाम वापस लेने का आखरी दिन है। यदि किसी ने नामांकन वापस नहीं लिया तो इन्ही नौ के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा।
अधिकारी ने Subkuz.com को बताया कि सुलतानपुर लोकसभा सीट के लिए 26 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था, जिसमें 17 सदस्य के पर्चे किसी कारणवश खारिज हो चुके हैं। इस चुनाव की सबसे बड़ी बात यह है कि वर्तमान सांसद के सामने सपा-बसपा ने नए चेहरे उतारे हैं। ये उम्मीदवार अपना कितना असर मतदाताओं के बीच छोड़ पाएंगे, यह तो चुनाव परिणाम आने पर पता लग जाएगा। प्रतिद्वंदी दलों को मुकाबले में पूरा जोर लगाना होगा।
भाजपा ने एक फिर मेनका गांधी पर खेला दांव
भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए वर्तमान सांसद मेनका गांधी को एक बार फिर से सुलतानपुर सीट से उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा आइएनडीआइए गठबंधन ने समाजवादी पार्टी उम्मीदवार गोरखपुर के रहने वाले पूर्व मंत्री रामभुआल निषाद और बहुजन समाज पार्टी ने जिले के ही उदराज कुमार वर्मा को चुनाव मैदान में उतारा हैं।
भाजपा हैट-ट्रिक लगाने की कोशिश में
जानकारी के मुताबिक लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 में लगातार दो बार जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी इस बार के चुनाव को जीतकर हैट-ट्रिक लगाने की भरपूर कोशिश कर रही है। भाजपा सांसद और सरकार के द्वारा राज्य में कराए गए कामकाज, बड़े चेहरे और सबका विकास करने के मुद्दे को लेकर चुनावी मैदान में उतरी है। पार्टी के नेता ने दोनों विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहां कि ये पार्टियां जातिगत और धर्म के आधार पर राजनीति कर रही हैं।
भाजपा जिलाध्यक्ष डा. आरए कुमार वर्मा ने कहां कि भाजपा सरकार में किसान सम्मान निधि, गरीबों के लिए आवास योजना, वृद्धा पेंशन, उज्ज्वला गैस कनेक्शन योजना से सभी जाति-वर्ग के लोगों को बहुत ज्यादा फायदा मिला है। सरकार ने सुशासन व्यवस्था, अपराधियों और माफिया के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई से सुरक्षा का माहौल बहुत अच्छा बना दिया है, उससे इस बार के चुनाव में भाजपा को और अधिक लाभ मिलेगा। बूथ स्तर तक पार्टी की चुनावी तैयारी और सांसद की जिले में सक्रियता को देखते हुए चुनाव में भाजपा बहुत ज्यादा मजबूत दिख रही हैं।
बसपा और सपा ने नए चेहरे को उतारा मैदान में
बहुजन समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष सुरेश कुमार ने मीडिया के सामने कहां कि हमारी पार्टी ने ही केवल लोकसभा चुनाव 2024 में स्थानीय प्रत्याशी को टिकट देकर मैदान में उतारा है, बाकी अन्य दोनों ही दलों ने बाहरी उम्मीदवार पर भरोसा जताया हैं। जिसके कारण इसका लाभ हमें इस चुनाव में मिलेगा। सभी जातियों का भरपूर समर्थन हमें मिल रहा है। इसलिए हमारी पार्टी की जीत निश्चित हैं।
सपा के प्रवक्ता व पूर्व विधायक अनूप कुमार संडा ने बताया कि भाजपा सरकार के राज में लोगों को महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी से सामना करना पड़ रहा है, जिससे लोग काफी ज्यादा परेशां हो रहे है। भाजपा आम जनता की ओर तो ध्यान ही नहीं देती है। आइएनडीआइए (भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी) गठबंधन का जनता को भी लाभ मिलेगा।
पूर्व विधायक अनूप कुमार संडा ने बताया कि गठबंधन के कारण इस चुनाव में कारण हमारी स्थिति इस चुनाव में मजबूत है। पार्टी प्रत्याशी रामभुआल कुमार निषाद कहते हैं कि भाजपा सरकार के प्रति जनता में बहुत ज्यादा आक्रोश है, इसका फायदा चुनाव में हमें जरूर मिलेगा। लेकिन इन दावों का फैसला तो मतगणना के बाद ही सबके सामने आएगा। भाजपा प्रत्याशी मेनका गांधी को कड़ी टक्कर देने के लिए सपा या बसपा कोनसी पार्टी होगी, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। क्योकि पिछले चुनाव में दोनों पार्टियों ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा और भाजपा को कड़ी टक्कर दी। अब देखना है की कौन किस को टक्कर देता हैं।