अभिनेता अल्लू अर्जुन और उनकी फिल्म 'पुष्पा 2: द रूल' के मेकर्स ने संध्या थिएटर में हुए भगदड़ हादसे के पीड़ित परिवार को 2 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है। इस घोषणा के साथ, अल्लू अर्जुन के पिता और प्रसिद्ध निर्माता अल्लू अरविंद ने बुधवार को केआईएमएस अस्पताल में घायल श्री तेजा से मुलाकात की और बताया कि उन्होंने परिवार के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है।
पीड़ित परिवार को दी गई 2 करोड़ रुपए की मदद
4 दिसंबर को फिल्म 'पुष्पा 2' के प्रीमियर के दौरान हुई भगदड़ में एक महिला की मौत हो गई और उनके बेटे श्री तेजा गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना के बाद, फिल्म यूनिट ने पीड़ित परिवार की मदद के लिए 2 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता देने का निर्णय लिया। इस राशि में से 1 करोड़ रुपए अल्लू अर्जुन ने दिए हैं, जबकि फिल्म के निर्माता माइथ्री मूवीज ने 50 लाख रुपए और निर्देशक सुकुमार ने भी 50 लाख रुपए का योगदान दिया है।
अल्लू अरविंद ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "हमने पीड़ित परिवार की सहायता करने का निर्णय लिया है, और इसके तहत 2 करोड़ रुपए का चेक तेलंगाना राज्य फिल्म विकास निगम के अध्यक्ष दिल राजू को सौंपा गया है।"
तेलंगाना सरकार ने भी की मदद
अल्लू अर्जुन के पिता अल्लू अरविंद ने बताया कि उन्होंने डॉक्टरों से बात की और यह जानकर खुशी हुई कि श्री तेजा की हालत अब बेहतर हो रही है। अल्लू अर्जुन ने पहले ही 25 लाख रुपए की सहायता राशि की घोषणा की थी, जो परिवार को इलाज और अन्य खर्चों के लिए दी गई। श्री तेजा के पिता, भास्कर ने पुष्टि की कि उन्हें अल्लू अर्जुन से 10 लाख रुपए का डिमांड ड्राफ्ट प्राप्त हुआ है और अभिनेता के प्रबंधक भी परिवार से संपर्क कर उनकी स्थिति पर अपडेट ले रहे हैं। इसके अलावा, तेलंगाना सरकार ने भी परिवार को 25 लाख रुपए की मदद दी है, जिसे सड़क और भवन मंत्री वेंकट रेड्डी ने चेक के रूप में सौंपा।
घायल तेजा की हालत में सुधार
भास्कर ने बताया कि लगभग 20 दिनों के बाद उनके बेटे की हालत में सुधार हुआ और तेजा ने अपनी आंखें खोलीं, हालांकि वह किसी को पहचान नहीं पाया। इस बीच, अल्लू अर्जुन को 13 दिसंबर को संध्या थिएटर भगदड़ मामले में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन अगले दिन उन्हें अंतरिम जमानत मिल गई। पुलिस ने इस मामले में गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया और अल्लू अर्जुन से तीन घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की थी।
यह कदम अल्लू अर्जुन और उनके परिवार की तरफ से पीड़ित परिवार के प्रति संवेदनशीलता और सहयोग का प्रतीक है।