Punjab Farmer Protest: बजट पर फूटा किसान संगठन का गुस्सा, गुरदासपुर में जलाए सरकार के पुतले; कहा- सरकार तक बात पहुंचाने के लिए तेज करेंगे आंदोलन

Punjab Farmer Protest: बजट पर फूटा किसान संगठन का गुस्सा, गुरदासपुर में जलाए सरकार के पुतले; कहा- सरकार तक बात पहुंचाने के लिए तेज करेंगे आंदोलन
Last Updated: 01 अगस्त 2024

Punjab Farmer Protest: बजट पर फूटा किसान संगठन का गुस्सा, गुरदासपुर में जलाए सरकार के पुतले; कहा- सरकार तक बात पहुंचाने के लिए तेज करेंगे आंदोलन

पंजाब के गुरदासपुर जिले में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने बजट घोषणा से आक्रोशित होकर मोटरसाइकिल रोष मार्च निकाला। किसानों ने केंद्र, हरियाणा और पंजाब सरकार का पुतला जलाकर नारेबाजी भी की। किसानों ने कहां कि सरकार से अपनी मांग मनवाने के लिए संघर्ष को तेज करेंगे। केंद्र सरकार बजट से  केवल कॉर्पोरेट घरानों को ही लाभ पहुंचाना चाहती हैं।

गुरदासपुर: किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने जिला प्रधान हरदीप कुमार सिंह की अध्यक्षता में गुरुवार ( अगस्त) को शहर में मोटरसाइकिल रोष मार्च (Farmer Protest) निकाला और जहाज चौंक में केंद्र, हरियाणा और पंजाब सरकार का पुतला जलाकर नारेबाजी की। प्रदेश नेता सतविंदर सिंह चुताला, हरविंदर सिंह, लखविंदर सिंह, सुखदेव सिंह भोजराज, सतनाम सिंह, जिला प्रेस सचिव सुखदेव सिंह ने भाषण में भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहां कि केंद्र सरकार ने बजट 2024 में किसानों की अधिकारिक मांगों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया हैं।

बजट में किसानों के हाथ खाली

किसान मजदूर संघर्ष कमेटी अध्यक्ष ने कहां कि पांच माह से अधिक समय से किसान-मजदूर अपनी मांग पूरी करवाने के लिए हरियाणा बॉर्डर पर बैठे हुए है। इस दौरान दो दर्जन से अधिक किसान अपनी जान भी गंवा चुके है, इतना सबकुछ हो जाने के बावजूद सरकार उनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है। केंद्र सरकार की कठपुतली बना प्रदेश का मुख्यमंत्री भी किसानों के हित में सरकार से बात नहीं करता। हाल ही में पेश किए गए बजट में भी किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए कोई भी घोषणा नहीं की गई हैं।

कॉर्पोरेट घरानों को पहुंचाया लाभ

मीडिया ने खेतीबाड़ी मंत्रालय की वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार बताया कि भारत में गेहूं की उपज के मुकाबले सरकार सिर्फ 18 फीसदी गेहूं की ही खरीद कर रही है। सरकार धान सिर्फ 50 फीसदी खरीदती हैं और दाल बाहरी देशो से मंगवा रही है। भारत में दाल सिर्फ 0.43 फीसदी ही खरीद रही है। इनके अलावा तेल 0.13 फीसदी, मक्का 0.26 फीसदी ही खरीद रही है। इन सब आंकड़ों से पता चलता हैं कि सरकार केवल कॉर्पोरेट घरानों को ही लाभ पहुंचाना चाहती है। आम वर्ग को केवल गरीबी की दलदल में धकेलना चाहती हैं।

आंदोलन होगा तेज - किसान 

जिला प्रधान हरदीप सिंह, जिला प्रैसच सुखदेव सिंह, हरभजन सिंह, प्रधान सुखदेव कौर ने मीडिया से बात करते हुए कहां कि बॉर्डर पर किसानों और मजदूरों के साथ दुर्व्यवहार करने वाले पुलिस अधिकारियों की हरियाणा सरकार पूरी मदद कर रही है। उन्होंने कहां कि पंजाब में केंद्र के इशारे पर नाचते हुए चिप वाले बिजली के मीटर लगाए जा रहे है। बता दें यह आगामी समय में लोगों के लिए खतरा साबित होंगे। किसी भी कीमत पर प्रदेश में चिप वाले मीटर नहीं लगने देंगे। जरूरत पड़ने पर आंदोलन भी करेंगे।

बता दें इस मौके पर जोन प्रधान सुखविंदर कुमार सिंह, सुखजिंदर सिंह, सतनाम सिंह बुलर, कुलजीत सिंह, जतिंदर कुमार सिंह, हरविंदर सिंह, बाबा सुखवंत सिंह, गुरप्रीत सिंह जगी, रणजीत कुमार सिंह, निशान सिंह, बाबा सुखदेव सिंह, मनजिंदर सिंह कौर, अमरजीत कौर आदि लोग उपस्थित थे।

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