दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। 70 कंपनियां अर्द्धसैनिक बल तैनात हैं, जो गश्त कर असामाजिक तत्वों से निपटने का काम करेंगी।
Delhi vidhan sabha chunav 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को 70 अर्द्धसैनिक बल कंपनियां (बीएसएफ, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, एसएसबी, राजस्थान आर्म्ड फोर्स) उपलब्ध कराई हैं। इन बलों को 15 जिलों के डीसीपी को सौंप दिया गया है। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक कंपनी तैनात की गई है, जो चुनाव संपन्न होने तक गश्त करेगी और असामाजिक तत्वों से निपटेगी। एक कंपनी में 130-140 जवान शामिल होते हैं।
शराब और पैसों के बंटवारे पर निगरानी
चुनाव सेल ने बताया कि चुनाव के दौरान शराब और पैसों के बंटवारे की घटनाएं आम होती हैं। इसे रोकने के लिए 150 से अधिक स्टेटिक और फाइनेंशियल सर्विलांस टीमें गठित की गई हैं। ये टीमें शराब की जमाखोरी और नकदी के बंटवारे पर नजर रखेंगी। आवश्यकता के अनुसार स्थानीय थानों से अतिरिक्त पुलिस बल भी मुहैया कराया जाएगा।
असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई
सभी जिलों में जमानत पर रिहा बदमाशों और असामाजिक तत्वों को चुनाव तक जेल में रखने की कार्रवाई शुरू हो चुकी है। बदमाशों की धरपकड़ और संवेदनशील इलाकों की सुरक्षा को लेकर भी विशेष इंतजाम किए गए हैं।
लाइसेंसी हथियारों का समर्पण अनिवार्य
लाइसेंसिंग यूनिट के संयुक्त आयुक्त ने सभी डीसीपी को निर्देश दिया है कि चुनाव संपन्न होने तक लाइसेंसी हथियारों को संबंधित थानों में जमा कराया जाए।
चुनाव सेल की भूमिका और रिपोर्टिंग
चुनाव संचालन के लिए संयुक्त आयुक्त और डीसीपी के नेतृत्व में दो चुनाव सेल बनाए गए हैं। ये सेल चुनाव संबंधी हर गतिविधि पर नजर रखेंगे और मुख्यालय को रिपोर्ट देंगे। जिला स्तर पर भी प्रत्येक डीसीपी कार्यालय में चुनाव सेल स्थापित किए गए हैं।
संपूर्ण तैयारी पर निगरानी
दिल्ली पुलिस ने पिछले चुनावों के आंकड़ों का आकलन शुरू कर दिया है। संवेदनशील और अति संवेदनशील बूथों, शराब तस्करी और अपराधियों की गतिविधियों का डाटा एकत्र किया जा रहा है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हो।
चुनाव की प्रक्रिया के दौरान सामाजिक समरसता बनाए रखने और जागरूकता फैलाने के लिए स्थानीय स्तर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं।