Earthquake in Haryana: हरियाणा में महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके, महेंद्रगढ़ में घरों-दफ्तरों से बाहर निकले लोग; जानिए कितनी थी तीव्रता?

Earthquake in Haryana: हरियाणा में महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके, महेंद्रगढ़ में घरों-दफ्तरों से बाहर निकले लोग; जानिए कितनी थी तीव्रता?
Last Updated: 24 अगस्त 2024

हरियाणा में सुबह-सुबह भूकंप के तेज झटकों ने लोगों को दहशत में डाल दिया। सुबह के समय महसूस किए गए इन झटकों के कारण लोग घरों, दफ्तरों और दुकानों से बाहर निकल आए। हालांकि अभी तक किसी भी प्रकार के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्र मोहन ने बताया कि भूकंप का केंद्र नारनौल के पास तिगरा गांव में स्थित था, जिसके निर्देशांक 28.12 अक्षांश और 76.21 देशांतर हैं।

महेंद्रगढ़: हरियाणा के जिला महेंद्रगढ़ में शुक्रवार (२३ अगस्त) की सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे पूरे जिले में डर का माहौल छा गया। भूकंप का केंद्र नारनौल के गांव तिगरा रहा और सुबह 9:17 बजे झटके महसूस हुए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.1 मापी गई। भूकंप आने पर लोगों में दहशत फैल गई और वे अपने घरों, दुकानों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। हालांकि, अभी तक किसी जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है। स्थानीय अधिकारियों ने लोगों से शांत रहने और अफवाहों पर ध्यान देने की अपील की हैं।

भूकंप के झटके कुछ सेकंड तक महसूस किए गए, जिससे लोग डर गए और अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि घरों में चीजें हिलती हुई महसूस हुई और कुछ लोगों को चक्कर आने लगे। इस घटना के बाद लोगों में भूकंप के प्रति जागरूकता बढ़ गई है। अधिकारियों ने लोगों को सलाह दी है कि वे भूकंप से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियां बरतें।

भूगोल विद डॉ. चंद्र मोहन ने दी जानकारी

मौसम विशेषज्ञ और भूगोल विद डॉ. चंद्र मोहन ने दिल्ली-एनसीआर में आए हालिया भूकंप के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया कि दिल्ली-एनसीआर में भूकंप का मुख्य कारण प्लेट टेक्टोनिक्स प्रकिया है। इस क्षेत्र में पांच प्रमुख फॉल्ट लाइन मौजूद हैं, जिनमें महेंद्रगढ़-देहरादून, दिल्ली-मुरादाबाद, दिल्ली-सरगौधा रिज और दिल्ली-हरिद्वार रिज शामिल हैं।

डॉ. मोहन ने आगे बताया कि तिगरा गांव, जो केंद्र नारनौल के पास 28.12 अक्षांश और 76.21 देशांतर पर महेंद्रगढ़-देहरादून फॉल्ट लाइन पर स्थित है। यह फॉल्ट लाइन महेंद्रगढ़ जिले से होकर गुजरती है और रेवाड़ी, झज्जर, रोहतक, पानीपत और उतराखंड में देहरादून तक फैली हुई है। इन फॉल्ट लाइन में जमीन की अंदरूनी प्लेटें आपस में टकराती हैं, जिससे कंपन पैदा होता है और भूकंप आते हैं। डॉ. मोहन ने यह भी बताया कि महेंद्रगढ़ जिले में भूकंप के अलावा अन्य प्राकृतिक आपदाएं आने की भी संभावना रहती हैं।

 

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