पीएम मोदी ने थाईलैंड-म्यांमार भूकंप पर दुख जताया, हर संभव मदद का आश्वासन दिया। विनाशकारी झटकों से इमारतें गिरीं, कई मौतें। थाईलैंड में उड़ानें रद्द, बचाव कार्य जारी।
Thailand Myanmar Earthquake: थाईलैंड और म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा, "म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद की स्थिति को लेकर चिंतित हूं। सभी की सुरक्षा और खुशहाली के लिए प्रार्थना करता हूं। भारत हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।" उन्होंने अधिकारियों को सतर्क रहने और विदेश मंत्रालय को म्यांमार और थाईलैंड की सरकारों के साथ समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
भूकंप से दहले तीन देश
म्यांमार, थाईलैंड और चीन में आए शक्तिशाली भूकंप ने भारी तबाही मचाई। इस भूकंप का केंद्र म्यांमार का सागाइंग क्षेत्र था, जहां 10 किलोमीटर की गहराई में 7.7 और 6.4 तीव्रता के झटके महसूस किए गए। इस विनाशकारी भूकंप का असर भारत के कुछ इलाकों में भी महसूस किया गया, जिससे लोग दहशत में आ गए।
थाईलैंड और म्यांमार में इमारतें धराशायी
भूकंप के कारण म्यांमार और थाईलैंड के कई शहरों में बहुमंजिला इमारतें गिर गईं, जिससे हजारों लोग बेघर हो गए हैं। बैंकॉक में भूकंप से कई इमारतें झुकी हुई नजर आईं और कई स्थानों पर मकान मलबे में तब्दील हो गए। स्थानीय प्रशासन ने आपातकालीन राहत अभियान तेज कर दिया है। म्यांमार में अब तक 15 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग लापता बताए जा रहे हैं।
थाईलैंड में उड़ानें रद्द
भूकंप के कारण थाईलैंड में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। बैंकॉक में आपातकाल घोषित कर दिया गया है और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। स्थानीय प्रशासन और रेस्क्यू टीमें मलबे में दबे लोगों की तलाश कर रही हैं।
भूकंप के झटकों से दहशत
भूकंप के झटकों के कारण लोग अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागते दिखे। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, बैंकॉक के लोकप्रिय चतुचक मार्केट के पास स्थित कई इमारतों में गंभीर क्षति हुई है। एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मजदूरों की मौजूदगी वाली कई इमारतें पूरी तरह से ध्वस्त हो गई हैं, जिससे मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।