दिल्ली के फर्श बाजार इलाके में 31 अक्टूबर को हुए दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी 'सोनू मटका' को आखिरकार दिल्ली क्राइम ब्रांच और स्पेशल टास्क फोर्स की संयुक्त टीम ने मेरठ में एनकाउंटर में ढेर कर दिया। इस हत्याकांड में चाचा-भतीजे की बेरहमी से गोली मारकर हत्या की गई थी। आरोप है कि सोनू मटका ने इन हत्याओं को खुद अंजाम दिया था। इस मामले में सोनू पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था और वह पहले से ही हत्या, डकैती और अन्य गंभीर अपराधों में वांछित था।
सोनू मटका का क्राइम रिकॉर्ड
सोनू मटका, जो उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के शेरपुर लुहारा गांव का निवासी था, का नाम पहले भी कई अपराधों में आ चुका था। दिल्ली के गोकुलपुरी और करावल नगर में वह काफी समय से रह रहा था और आदतन अपराधी था। उसकी आपराधिक गतिविधियों का सिलसिला कई सालों से जारी था। दिल्ली में डकैती और हत्या के अलावा, सोनू मटका पर कई अन्य मामलों में भी आरोप लगे थे।
अपराध की शुरुआत और पहला अपराध
सोनू मटका ने 8वीं तक पढ़ाई की थी, इसके बाद उसने मोटर मैकेनिक का काम करना शुरू किया, लेकिन जल्द ही वह अपराध की दुनिया में घुस गया। उसकी पहली गिरफ्तारी थाना लोनी, गाजियाबाद में हुई थी, जब उसने डकैती और हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। इसके बाद वह लगातार अपराध करता रहा और दिल्ली की जेल में भी रहा।
मर्डर और डकैती के मामले
सोनू मटका पर कई गंभीर मामलों में आरोप थे, जिनमें डकैती और हत्या की घटनाएं शामिल थीं। दिल्ली के विभिन्न इलाकों जैसे करोल बाग, लक्ष्मी नगर, जाफराबाद और ज्योति नगर में उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज थे। वहीं, 2022 में करोल बाग में 1.5 करोड़ रुपये की लूट भी उसकी करतूतों में शामिल है।
सोनू मटका के खिलाफ दर्ज मामले
· आईपीसी 302/307/120B और 25/27 आर्म्स एक्ट, लोनी, उत्तर प्रदेश
· आईपीसी 302/307 और 25/27 आर्म्स एक्ट, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश
· आईपीसी 392/397/397/34 और 25/27 आर्म्स एक्ट, जाफराबाद, दिल्ली
फर्श बाजार मर्डर
फर्श बाजार में 31 अक्टूबर, 2024 की शाम को सोनू मटका और उसके साथी ने आकाश शर्मा उर्फ छोटू और उसके भतीजे ऋषभ की गोली मारकर हत्या कर दी थी। दोनों पटाखे फोड़ रहे थे, तभी आरोपियों ने उन्हें निशाना बनाकर गोलियां चलाईं। घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की थी। इस दौरान एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया, जिसने सोनू मटका का नाम लिया।
दिल्ली क्राइम ब्रांच का ऑपरेशन
दिल्ली पुलिस को सोनू मटका की तलाश लंबे समय से थी। अंततः 6 दिसंबर को दिल्ली क्राइम ब्रांच और स्पेशल टास्क फोर्स की संयुक्त टीम ने मेरठ में ऑपरेशन चलाया और सोनू मटका को घेर लिया। पुलिस से मुठभेड़ के दौरान वह मारा गया। पुलिस के अनुसार, सोनू मटका पर 50,000 रुपये का इनाम था और उसे कई अन्य गंभीर मामलों में शामिल होने के कारण वांछित किया गया था।
क्या हुआ घटना के बाद?
सोनू मटका के मारे जाने के बाद पुलिस ने उसकी पूरी आपराधिक कुंडली को खंगाला। उसके खिलाफ दर्ज मामलों के आधार पर पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी से पहले कई जगहों पर दबिश दी थी। हालांकि, पुलिस के लिए यह ऑपरेशन चुनौतीपूर्ण था, लेकिन अंततः उसे ढेर कर दिया गया।
दिल्ली पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स के इस ऑपरेशन में मिली सफलता ने फर्श बाजार डबल मर्डर मामले में एक बड़ा कदम उठाया है। सोनू मटका की आपराधिक कुंडली काफी लंबी थी और उसकी गिरफ्तारी से दिल्ली और उत्तर प्रदेश में सुरक्षा को और भी मजबूत किया जाएगा। पुलिस का कहना है कि इस ऑपरेशन के बाद और भी अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि शहर में सुरक्षा की स्थिति बेहतर हो।