उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आगामी महाकुंभ 2025 का आयोजन होने वाला है, और इस बार महाकुंभ में भाग लेने के लिए विदेशों से पर्यटकों की भारी संख्या में आने की उम्मीद है। 14 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक चलने वाले इस आयोजन में लगभग 75 देशों से लगभग 45 करोड़ पर्यटकों के आने का अनुमान है। इसका मुख्य कारण महाकुंभ के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के साथ-साथ उत्तर प्रदेश सरकार की बेहतरीन तैयारियां भी हैं।
पिछले महाकुंभ से कहीं अधिक पर्यटकों का आना तय
2019 के महाकुंभ में करीब 24 करोड़ श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया था, जिनमें लगभग 25 लाख विदेशी पर्यटक भी शामिल थे। इस बार, टूर और ट्रैवल ऑपरेटरों का कहना है कि महाकुंभ को देखने के लिए करीब 3 से 4 लाख विदेशी पर्यटकों के आने की संभावना है। खास बात यह है कि इस बार पर्यटकों की बुकिंग पहले से ही शुरू हो चुकी है, और अधिकांश बुकिंग यूरोप और मध्य पूर्व के देशों से हो रही हैं।
मुस्लिम देशों से भी पर्यटकों की बुकिंग, एक अनूठा पहलू
महाकुंभ में विशेष रूप से मुस्लिम देशों से भी पर्यटकों की बुकिंग देखने को मिल रही है। संयुक्त अरब अमीरात (UAE), बहरीन जैसे देशों से पर्यटक आने की योजना बना रहे हैं, जिनके लिए विशेष सुविधाओं और सुरक्षा इंतजामों का ध्यान रखा जा रहा है। इसके अलावा, अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस जैसे यूरोपीय देशों से भी पर्यटकों का ध्यान महाकुंभ पर केंद्रित हो रहा हैं।
प्रयागराज के इस्कॉन मंदिर में बुकिंग में हो रही होड़
विदेशी पर्यटकों में प्रयागराज स्थित इस्कॉन मंदिर में लग्जरी सुविधाओं से लैस कमरों को लेकर होड़ मची हुई है। इस्कॉन मंदिर में बुकिंग के लिए पर्यटकों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए, मंदिर प्रशासन ने अतिरिक्त व्यवस्था की है, ताकि ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालुओं को सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
टूर ऑपरेटर्स का दावा 500 से ज्यादा टूर ऑपरेटर्स से संपर्क
इस विशेष आयोजन में पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 500 से ज्यादा टूर ऑपरेटर्स ने उत्तर प्रदेश के पर्यटन विभाग से संपर्क किया है। भारतीय पर्यटन संघ (IATO) को लगातार महाकुंभ से संबंधित प्रश्न मिल रहे हैं, जो इस बात का प्रमाण हैं कि पर्यटकों में जबरदस्त उत्साह हैं।
राज्य सरकार की तैयारियों और कानून व्यवस्था पर बढ़ा भरोसा
विशेषज्ञों का मानना है कि यूपी सरकार की तैयारियों और कानून व्यवस्था पर विदेशी पर्यटकों का भरोसा बढ़ा है। प्रदेश सरकार द्वारा सुरक्षा, सफाई और यातायात व्यवस्था को लेकर की गई व्यवस्थाएं उन्हें आकर्षित कर रही हैं। इस संबंध में राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद तैयारियों का निरीक्षण किया और सुनिश्चित किया कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
महाकुंभ 2025 छ शाही स्नान और अन्य प्रमुख आयोजन
महाकुंभ 2025 में कुल छह शाही स्नान होंगे, जिनमें हर स्नान का अपना विशेष महत्व है। ये स्नान 15 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित किए जाएंगे। राज्य सरकार ने महाकुंभ के लिए विशेष रूप से सफाई, जल आपूर्ति, यातायात व्यवस्था और सुरक्षा पर जोर दिया हैं।
महाकुंभ का आयोजन भारतीय संस्कृति और श्रद्धा का प्रतीक
महाकुंभ न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, परंपरा और श्रद्धा का प्रतीक भी है। दुनिया भर से लोग इस अद्भुत धार्मिक मेले का हिस्सा बनने के लिए आते हैं। इस बार के महाकुंभ को लेकर उम्मीद जताई जा रही है कि यह आयोजन पहले से कहीं अधिक ऐतिहासिक और यादगार होगा।
महाकुंभ 2025 के लिए विदेशी पर्यटकों की बड़ी संख्या में बुकिंग और राज्य सरकार की पूरी तैयारियां इस आयोजन को और भी भव्य और सफल बनाने का संकेत देती हैं। आने वाले समय में, यह आयोजन ना केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा, बल्कि भारत और उत्तर प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र में भी नए आयाम स्थापित करेगा।