सेवा नगर में एक परिवार का मतांतरण कराने के आरोप में पकड़े गए पांच संदिग्ध कम पढ़े-लिखे और किसी न किसी बीमारी से ग्रसित परिवार के सदस्यों को अपने निशाने पर लेते थे। वे इन परिवारों को आर्थिक रूप से बेहतर जीवन देने का लालच देकर मतांतरण के लिए तैयार करते थे।
Ghaziabad: गाजियाबाद में एक परिवार के मतांतरण के संबंध में पकड़े गए पांच आरोपित कम शिक्षित और किसी एक सदस्य की बीमारी से पीड़ित परिवारों को अपना लक्ष्य बनाते थे। वे इन परिवारों को आर्थिक रूप से संपन्न बनाने का लालच देकर मतांतरण के लिए राजी करते थे। पुलिस ने इन पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बीमारी ठीक करने का दिया लालच
पुलिस द्वारा आरोपितों से हुई पूछताछ में यह जानकारी सामने आई है। बुधवार को आरोपितों को अदालत में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें जेल भेज दिया गया। एसीपी नंदग्राम पूनम मिश्रा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपितों में इंग्राहम इंस्टिट्यूट के पीटीआई जेराल्ड उर्फ गैराल्ड मैथ्यूज, राजनगर के आशीष मसीह, मोदीनगर के रोहन, दीपक मसीह और सेवा नगर का रवि शामिल हैं।
पूछताछ के दौरान आरोपित जेराल्ड ने खुलासा किया कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर 23 सितंबर को सेवा नगर में कुछ लोगों को धन और बीमारी ठीक करने का लालच देकर मतांतरण कराने की कोशिश कर रहा था। इसी बीच पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
आरोपितों को मिली फंडिंग
पुलिस की जांच में आरोपितों के बीच फंडिंग के संबंध में जानकारी सामने आई है। यह पता चला है कि वे एक वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से कई राज्यों के व्यक्तियों से जुड़े हुए थे, जिनमें से अधिकांश मतांतरण के कार्य में संलग्न थे।वाट्सएप ग्रुप का उपयोग करके वे आपस में संवाद करते थे, क्योंकि कॉल को ट्रेस न होने के कारण यह एक सुरक्षित माध्यम माना जाता था।
हालांकि, आरोपितों ने ग्रुप को हटाने की कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हो सके।पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी हुई है कि उन्हें फंडिंग कौन प्रदान कर रहा था और उन्होंने अब तक कितने लोगों का मतांतरण कराया है। इस जांच के माध्यम से पुलिस इस मामले में और भी व्यापक जानकारी इकट्ठा करने का प्रयास कर रही है।