उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ियाबाद जिले में 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा के साथ आरोपियों गिनहोनी हरकत कर दी। इस घटना के बाद पीड़ित छात्रा का नाम स्कूल से काटे जाने को लेकर विवाद बढ़ गया। प्रधानाचार्य ने कहां कि इसकी जल्दी से कही शादी करा दो।
इंदिरापुरम: उत्तर प्रदेश के कोतवाली क्षेत्र के एक स्कुल में नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली दुष्कर्म पीड़िता का नाम काटकर प्रधानाचार्य और प्रबंधन की संवेदनहीनता का पता चल गया है। इस बात का विरोध करते हुए पिता ने आरोप में कहां कि बृहस्पतिवार को प्रधानाचार्य ने उनकी बड़ी बेटी को स्कूल में बुलाकर कहां कि उसे अब उसे कभी भी स्कूल मत भेजना और इसकी जल्दी से कही शादी करा दो। पीड़िता के पिता ने शिक्षा विभाग के अधिकारी और पुलिस से बच्ची की पढाई चालू रखने की गुहार लगाई हैं। पिता की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी पड़ोसी को गिरफ्तार करलिया हैं।
प्यार के जाल में फंसाकर किया दुष्कर्म
पीड़िता के पिता ने पुलिस को रिपोर्ट में बताया कि उनकी 16 साल की बेटी दिव्या (बदला हुआ नाम) प्राइवेट स्कुल में नौंवी कक्षा में अध्ययन करती हैं। उनकी काॅलोनी में एक युवक किराए के कमरे में उनके घर से थोड़ी ही दुरी पर रहता था। उस युवक ने इंस्टाग्राम के जरिये उनकी बेटी से नजदीकियां बढ़ाई और दोस्ती के बहाने स्वर्णजयंती पार्क में घुमाने के लिए ले गया था। वहां युवक ने छात्रा के कई अश्लील फोटो और वीडियो बनाकर मोबाइल में कैद कर लिए। उन फोटो और वीडियो से आरोपी ने छात्रा को कई बार धमकाया कि यदि वह उसकी बात नहीं मानेगी तो वो इन फोटो और वीडियों को सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा।
बताया कि छात्रा उसकी धमकी से डरकर नोएडा के एक होटल में चार-पांच बार गई। वहां युवक ने उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया। मई महीने में छात्रा की अचानक से तबीयत खराब होने पर पिता ने बेटी को डॉक्टर को दिखाया। उस दौरान साडी सच्चाई सामने आई. उसके बाद पिता ने पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस ने तत्काल मामले को गंभीरता से लेते हुए दुष्कर्म और धमकी देने वाले पड़ोसी युवक को मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया।
स्कूल प्रशासन ने पीड़िता का नाम काटा
पीड़िता के पिता ने बताया कि पड़ोसी की हरकत और घर वालों को देखकर छात्रा डर और सहम गई थी। इसलिए वह न तो किसी से बात कर रही और न ही कही आ जा रही थी। बताया कि जब गुरुवार को पीड़िता की बड़ी बहन अकेले स्कूल गई तो प्रधानाचार्य ने उसे अपने ऑफिस में बुलाकर घटना के बारे में पूछने का प्रयास किया था, जिस पर बड़ी बेटी ने कहां कि इस बारे में पापा ही बात करेंगे। उसके बाद प्रधानाचार्य ने कहां कि अपने पिता को बता देना की छात्रा का स्कूल से नाम काट दिया गया है और उसकी जल्दी से कही पर शादी करा दो। छात्रा ने पूरी बात घर आकर अपने पिता को बताई।
असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि पीड़िता का स्कूल से नाम काटने की सूचना मिलने के बाद इंदिरापुरम पुलिस ने तुरंत स्कूल प्रबंधन से इस मामले के बारे में बात की। प्रशासन ने कहां हम बच्ची को पढ़ने के लिए तैयार है और स्कुल में छात्रा को कहीं कोई समस्या नहीं होगी। प्रधानाचार्य ने कहां कि नौंवी और दसवी कक्षा में स्कुल नहीं आने वाले तीन से चार बच्चों के नाम काटे गए थे। इनमें छात्रा का भी नाम गलती से शामिल हो गया था। क्योकि वह भी इस महीने के शुरुआत से स्कूल नहीं आ रही थी। लेकिन हमें इस घटना की कोई जानकारी नहीं थी। अब छात्रा स्कूल आएगी तो उसका दाखिला कर आगे की पढ़ाई निरंतर शुरू करा दी जाएगी।