India News: मराठी, बंगाली समेत पांच भाषाओं को मिला शास्त्रीय भाषा का दर्जा, केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में लिया यह फैसला, PM मोदी ने कही ये बड़ी बात

India News: मराठी, बंगाली समेत पांच भाषाओं को मिला शास्त्रीय भाषा का दर्जा, केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में लिया यह फैसला, PM मोदी ने कही ये बड़ी बात
Last Updated: 04 अक्टूबर 2024

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस फैसले पर खुशी व्यक्त की और कहा कि ये सभी भाषाएं सुंदर हैं और भारत की समृद्ध विविधता को दर्शाती हैं। उनका यह बयान देश की विभिन्न भाषाओं और संस्कृति को प्रोत्साहित करने और भारतीय एकता की विविधता को महत्व देने पर जोर देता हैं।

इंडिया: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बांग्ला को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में इसे एक ऐतिहासिक कदम बताया गया। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह फैसला हमारी संस्कृति और विरासत को आगे बढ़ाने का प्रतीक है, जो सभी भारतीय भाषाओं और समृद्धता पर गर्व करने का दर्शन दर्शाता हैं।

पीएम मोदी ने 'एक्स' पर किया पोस्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'एक्स' पर कई पोस्ट के जरिए मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बांग्ला भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिलने पर खुशी जताई। उन्होंने इन भाषाओं की सुंदरता और भारत की विविधता को रेखांकित किया। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार क्षेत्रीय भाषाओं को लोकप्रिय बनाने की प्रतिबद्धता पर अडिग है और भारत की समृद्ध संस्कृति का जश्न मनाती हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मराठी भाषा को अभूतपूर्व और भारत का गौरव करार देते हुए महाराष्ट्र के लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह सम्मान मराठी के सांस्कृतिक योगदान को मान्यता देता है और इसे भारतीय विरासत की आधारशिला माना। उन्होंने असमिया संस्कृति की समृद्धि का भी जिक्र किया, यह कहते हुए कि यह साहित्यिक परंपरा को समृद्ध बनाती है और उम्मीद जताई कि आने वाले समय में यह भाषा और भी लोकप्रिय होगी।

बांग्ला को महान भाषा का दिया दर्जा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्ला को महान भाषा करार देते हुए खुशी जताई कि इसे दुर्गा पूजा के दौरान शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया है। उन्होंने कहा कि बांग्ला साहित्य ने वर्षों से अनगिनत लोगों को प्रेरित किया है। इसके अलावा, पाली और प्राकृत को भारत की संस्कृति का मूल बताते हुए उन्होंने इन्हें आध्यात्मिकता और ज्ञान की भाषाएं कहा। पीएम ने इन भाषाओं को साहित्यिक परंपराओं के लिए भी मान्यता दी, जो भारतीय संस्कृति और इतिहास पर उनके प्रभाव का सम्मान हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रिमंडल के निर्णयों की सराहना की, जिसमें चेन्नई मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण को मंजूरी दी गई है। उन्होंने इसे यातायात में सुधार और आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया। इसके साथ ही, पीएम-राष्ट्रीय कृषि विकास योजना और कृषि उन्नति योजना को मंजूरी देने के निर्णय का भी स्वागत किया, जिससे किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने में मदद मिलेगी। उन्होंने इस अवसर पर सभी को बधाई भी दी।

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