J-K: चिनाब रेलवे ब्रिज पर आतंकी हमले की धमकी के बाद कड़ी सुरक्षा, इलाके में बढ़ाई गई चौकसी

J-K: चिनाब रेलवे ब्रिज पर आतंकी हमले की धमकी के बाद कड़ी सुरक्षा, इलाके में बढ़ाई गई चौकसी
Last Updated: 2 दिन पहले

चिनाब नदी पर बना यह पुल पीसा की मीनार से 37 मीटर ऊंचा है और विभिन्न भूभाग एवं संरचनात्मक चुनौतियों का सामना करने के बाद तैयार हुआ है। यह कश्मीर को जोड़ने वाला एकमात्र आर्च ब्रिज है, जो अत्यंत महत्वपूर्ण है।

Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित चिनाब रेलवे ब्रिज पर आतंकी हमले का खतरा उत्पन्न होने के बाद सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर दिया गया है। यह पुल अपनी रणनीतिक अहमियत के कारण दुनिया के सबसे ऊंचे पुलों में शामिल है, जो पीसा की मीनार से 37 मीटर ऊंचा है।

इस पुल को कई भू-भाग और संरचनात्मक चुनौतियों के बावजूद तैयार किया गया है। अपनी तरह का यह एकमात्र आर्च ब्रिज कश्मीर को अखिल भारतीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण है, और अगले एक साल में इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की योजना है।

ब्रिज पर आतंकी हमले की चेतावनी

जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में बने चिनाब रेलवे ब्रिज पर आतंकी हमले का खतरा मंडराने के बाद इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। यह पुल कश्मीर को भारत के बाकी हिस्सों से जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण है।

चिनाब ब्रिज की खासियत और रणनीतिक महत्व

चिनाब नदी पर स्थित यह पुल दुनिया के सबसे ऊंचे पुलों में से एक है, जो पीसा की मीनार से 37 मीटर ऊंचा है। यह पुल कश्मीर को अखिल भारतीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ने के प्रोजेक्ट का हिस्सा है और इसके निर्माण में कई भू-भाग और संरचनात्मक चुनौतियों का सामना किया गया है।

पाकिस्तान की चिंताएं और रक्षा संबंधी जरूरतें

यह प्रोजेक्ट पाकिस्तान के लिए चिंता का कारण बनता है, क्योंकि यह कश्मीर को पूरे देश से जोड़ने में मदद करेगा। इससे घाटी और लद्दाख के लिए रक्षा संबंधी जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी, साथ ही यह वर्ष भर सतही परिवहन कनेक्शन प्रदान करेगा।

सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़

हाल ही में जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जब सुरक्षाबलों ने खुफिया जानकारी के आधार पर जंगल में आतंकवादियों की तलाश शुरू की। 

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