नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को गांदरबल से नामांकन दाखिल किया था, लेकिन गुरुवार (5 सितंबर) को उन्होंने बडगाम विधानसभा सीट से भी नामांकन पत्र भर दिया है। उमर अब्दुल्ला ने अपने समर्थकों से भावुक अपील करते हुए उन्हें वोट देने का आग्रह किया था। यह कदम आगामी चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें उमर अब्दुल्ला अपने प्रभाव क्षेत्र को और मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं।
जम्मू: नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को बडगाम से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया, जबकि इससे पहले बुधवार को उन्होंने गांदरबल से नामांकन भरा था। गांदरबल के लोगों से वोट देने की भावुक अपील करते हुए उमर ने कहा कि उनकी इज्जत अब जनता के हाथों में है। यह क्षेत्र उनके लिए खास है, क्योंकि उमर अब्दुल्ला ने 2008 से 2014 तक इसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था, जब वे जम्मू-कश्मीर राज्य की नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन सरकार में मुख्यमंत्री थे। उनके नामांकन के साथ यह क्षेत्रीय राजनीति में उनकी सक्रिय वापसी का प्रतीक हैं।
उमर अब्दुल्ला 2014 में बडगाम सीट से जीते थे चुनाव
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने 2014 के विधानसभा चुनाव में मध्य कश्मीर के बडगाम जिले की बीरवाह सीट से जीत हासिल की थी, जबकि उन्होंने गांदरबल सीट अपने पार्टी सहयोगी इश्फाक जब्बार के लिए छोड़ दी थी। 2024 के लोकसभा चुनाव में उमर अब्दुल्ला बारामुला निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें निर्दलीय उम्मीदवार इंजीनियर रशीद से हार का सामना करना पड़ा था। अब्दुल्ला ने 16 साल बाद फिर से गांदरबल का दौरा किया और पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि वह यहां के लोगों की सेवा करने की उम्मीद के साथ लौटे हैं।
2016 में गांदरबल सीट से भरा था पर्चा
उमर अब्दुल्ला ने गांदरबल के मतदाताओं से अपील करते हुए कहा, "16 साल बाद मैं फिर से आपके सामने इस उम्मीद के साथ आया हूं कि आप मुझे फिर से अपना विधायक और सेवक बनने का मौका देंगे।" उन्होंने अपने भाषण को कश्मीरी भाषा में देते हुए भावनात्मक तरीके से लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 2016 के बाद से गांदरबल के लोगों ने बहुत कठिनाइयां झेली हैं, लेकिन किसी ने उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया। अब्दुल्ला ने वादा किया कि आने वाले हफ्तों में वे इन सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे और समाधान का प्रयास करेंगे।
अमर अब्दुला ने मतदाताओं से की भावुक अपील
उमर अब्दुल्ला ने गांदरबल में एक भावुक अपील करते हुए कहा कि उनकी इज्जत और पगड़ी लोगों के हाथों में है। उन्होंने अपनी टोपी हाथ में लेकर लोगों से एक बार फिर से सेवा करने का मौका मांगा। अपने शब्दों में उन्होंने कहा, "मेरी पगड़ी, मेरी इज्जत, मेरी टोपी आपके हाथों में है, इसे बरकरार रखें।" उन्होंने हाथ जोड़कर विनम्रता से एक मौका देने की गुजारिश की, जिससे वह फिर से जनता की सेवा कर सकें।
इस भावुक अपील ने वहां मौजूद उनके समर्थकों को गहराई से प्रभावित किया। समर्थकों ने नारे लगाए "उमर जिंदाबाद" और उनकी जीत के लिए अपने समर्पण का वादा किया। उमर अब्दुल्ला ने भी अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट रहने का आह्वान करते हुए विश्वास जताया कि अल्लाह की कृपा से नेशनल कॉन्फ्रेंस चुनावों में जीत का स्वाद चखेगी।