भाजपा ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 15 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। इससे पहले, सुबह 10 बजे भाजपा ने 44 प्रत्याशियों की एक सूची जारी की थी, जिसे केवल दो घंटे के भीतर वापस ले लिया गया। आइए, जानते हैं पहले चरण के लिए भाजपा द्वारा जारी की गई नई सूची की विशेषताएं...
J&K Election: दो राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर देश में एक बार फिर सियासी माहौल गरमाया हुआ है। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव तीन चरणों में कराये जायेंगे। इसके लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सोमवार को 15 प्रत्याशियों की एक नई सूची प्रकाशित की है। इससे पहले, भाजपा ने सुबह 10 बजे 44 प्रत्याशियों की सूची जारी की थी, जिसे केवल दो घंटे के भीतर वापस ले लिया गया। आइए जानते हैं, पहले चरण के लिए भाजपा द्वारा बदली गई सूची की विशेषता...
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 15 सीटों के लिए जारी की गई प्रत्याशियों की सूची...
विधानसभा सीट प्रत्याशी
पंपारे - सैयद शौकत यूर अंद्राबी
राजपोरा - अर्शीद भट्ट
शोपियां - जावेद अहमद कादरी
अनंतनाग पश्चिम - मोहम्मद रफीक वानी
अनंतनाग - अधिवक्ता सैयद वजाहत
श्रीवाड़ा बिजबेहरा - सोफी यूसुफ
शानगुस अनंतनाग पूर्व - वीर सराफ
इंदरवल - तारिक कीन
किश्तवाड़ - शगुन परिहार
पाडेर - नागसेनी - सुनील शर्मा
भदरवाह - दलीप सिंह परिहार
डोडा - जय सिंह राणा
डोडा पश्चिम - शक्ति राज परिहार
रामबन - राकेश ठाकुर
बनिहाल - सलीम भट्ट
एक सीट पर महिला प्रत्याशी नामित
भाजपा द्वारा जारी की गई सूची में आठ मुस्लिम और सात हिंदू प्रत्याशी शामिल हैं, जिसमें एक सीट पर एक महिला प्रत्याशी को नामित किया गया है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 24 सीटों पर मतदान होने वाला है। भाजपा ने फिलहाल 15 सीटों के नामों की घोषणा की है, जबकि नौ सीटें अभी बाकी हैं।
मैदान में उतरे अनिल परिहार
भारतीय जनता पार्टी ने किश्तवाड़ सीट से BJP के दिग्गज नेताओं में से एक अनिल परिहार की भतीजी शगुन परिहार को मैदान में उतारा है। शगुन परिहार अजित परिहार की बेटी हैं। भाजपा ने किश्तवाड़, डोडा और भद्रवाह जिले में अनिल परिहार का दबदबा देखते हुए शगुन परिहार को मैदान में उतारा है।
बता दें कि हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकियों ने 1 नवंबर 2018 को किश्तवाड़ में हिंदुओं की दबंग आवाज रहे भाजपा नेता अनिल परिहार और उनके भाई अजित परिहार की हत्या कर दी थी।
अनिल परिहार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सक्रिय सदस्य थे। साल 2008 में अनिल परिहार को पैंथर्स पार्टी से टिकट मिला था, लेकिन वे हार गए थे। इसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने अपने इलाके में भाजपा को मजबूत करने में सहयोग दिया।
'अपनी पार्टी का बहुत आभारी हूं'- परिहार
शगुन परिहार ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि लोग अपनी बेटी को दिल से स्वीकार करेंगे।" किश्तवाड़ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार बनाए जाने पर उन्होंने कहा, "मैं अपनी पार्टी का बहुत आभारी हूं कि उन्होंने मुझे यह अवसर प्रदान किया है। मुझे यकीन है कि किश्तवाड़ के लोग, इस क्षेत्र की बेटी को खुले दिल से अपनाएंगे। यह चुनाव केवल शगुन परिहार या अजीत और अनिल परिहार के परिवारों के लिए नहीं है, बल्कि उन सभी परिवारों के लिए है जिन्होंने देश के लिए अपना बलिदान दिया है। मुझे पूरा विश्वास है कि यहां का हर व्यक्ति मुझे सही मार्ग दिखाएगा।"
जम्मू-कश्मीर में मतदान कब होगा ?
जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर 18 सितंबर से 1 अक्टूबर 2024 के बीच तीन चरणों में चुनाव आयोजित किए जाएंगे। चुनाव परिणाम 4 अक्टूबर 2024 को घोषित किए जाएंगे। किसी भी पार्टी को राज्य में सरकार बनाने के लिए बहुमत हासिल करने के लिए 46 सीटें जीतनी होंगी। यह चुनाव जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद पहली बार हो रहे हैं। इसके अलावा, यह 10 वर्षों बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर होने वाला विधानसभा चुनाव भी है।