फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने आज शुक्रवार (16 August) को शाम पांच बजे लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (LHMC) से जंतर मंतर तक एक कैंडल मार्च का आयोजन करने की घोषणा की है। दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर ओपीडी, नियमित सर्जरी और अन्य सभी चिकित्सा सुविधाएं प्रभावित रहेंगी। इसके अलावा, आज शाम छह बजे इंडिया गेट के पास भी कैंडल मार्च का आयोजन किया गया है।
New Delhi: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक जूनियर महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की घटना के खिलाफ रेजिडेंट डॉक्टरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी। इस कारण शुक्रवार को भी एम्स, सफदरजंग, आरएमएल, लोकनायक, जीबी पंत सहित दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर ओपीडी, नियमित सर्जरी और अन्य सभी चिकित्सा सुविधाएं प्रभावित रहेंगी।
हड़ताल वापस लेने की घोषणा से हेट पीछे
फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन फोर्डा ने मंगलवार को अपनी हड़ताल वापस लेने की घोषणा की थी, लेकिन बुधवार रात कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर्स पर हुए हमले और तोड़फोड़ के कारण डॉक्टरों का आक्रोश और बढ़ गया। इस स्थिति को देखते हुए, फोर्डा ने अपनी हड़ताल वापसी की घोषणा से पीछे हटते हुए एक बार फिर हड़ताल करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही, आज यानि शुक्रवार (16 अगस्त) शाम छह बजे इंडिया गेट के पास एक कैंडल मार्च आयोजित करने का भी ऐलान किया गया है।
दिल्ली के डॉक्टर्स करेंगे प्रदर्शन
FAIMA ने शनिवार को शाम पांच बजे लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (LHMC) से जंतर मंतर तक एक कैंडल मार्च का आयोजन करने की घोषणा की है, जिसमें दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों के निवासिता डॉक्टर शामिल होंगे। दोनों संगठनों ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) और दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (DMA) से भी इस कैंडल मार्च में भाग लेने की अपील की है।
निजी अस्पतालों में हड़ताल की घोषणा
निजी अस्पतालों के डॉक्टर भी इस हड़ताल में शामिल हो सकते हैं। (DMA) ने आइएमए के अध्यक्ष डॉ.आरवी अशोकन से यह सिफारिश की है कि निजी अस्पतालों में भी हड़ताल की घोषणा की जाए। इसके बाद आइएमए ने सभी राज्यों की अपनी शाखाओं के पदाधिकारियों के साथ गुरुवार शाम को एक वर्चुअल मीटिंग की, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि शनिवार को देशभर के सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी हड़ताल की जाएगी। इसलिए शनिवार को सुबह छह बजे से निजी अस्पतालों में डॉक्टर 24 घंटे के लिए हड़ताल पर रहेंगे।
अस्पताल में डॉक्टरों व अन्य कर्मचारियों पर हमला
रेजिडेंट डॉक्टरों के संगठनों ने कहा है कि बंगाल सरकार डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करने में असफल रही है। एम्स आरडीए के अध्यक्ष डा.इंद्र शेखर प्रसाद ने बताया कि आरजी कर अस्पताल में घुसकर डॉक्टरों, नर्सों और अन्य कर्मचारियों पर हमला किया गया, जो बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।
डॉक्टरों ने निकाला कैंडल मार्च
गुरुवार सुबह, एम्स समेत सभी अस्पतालों में स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें रेजिडेंट डॉक्टरों ने भी भाग लिया। इसके बाद, शाम को एम्स में रेजिडेंट डॉक्टरों ने एक कैंडल मार्च निकाला। इसके बाद, उन्होंने एम्स के गेट नंबर एक के बाहर अरविंदो मार्ग पर प्रदर्शन किया।
चिकित्सा के डॉक्टरों की सेवाएं बंद करने का निर्णय
भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) ने अपने एक बयान में कहा है कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में किए गए क्रूर अपराध और स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदर्शनकारी छात्रों के प्रति हुए अत्याचार के बाद, आईएमए ने शनिवार, 17 तारीख को सुबह 6 बजे से पूरे देश में आधुनिक चिकित्सा के डॉक्टरों की सेवाएं बंद करने का निर्णय लिया है।
इस दौरान नियमित ओपीडी सेवाएं उपलब्ध नहीं होंगी और कोई वैकल्पिक सर्जरी नहीं की जाएगी। यह रोक उन सभी क्षेत्रों में लागू होगी जहां आधुनिक चिकित्सा के चिकित्सक सेवा प्रदान कर रहे हैं। आईएमए को अपने डॉक्टरों के उचित मुद्दों के लिए राष्ट्र की सहानुभूति की आवश्यकता है।