महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान, निर्वाचन आयोग ने सभी प्रमुख नेताओं की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी है। हाल ही में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बैग की भी जांच की गई।
मुंबई: महाराष्ट्र में बैगों की जांच को लेकर सियासी विवाद जारी है, और चुनाव आयोग की यह सख्ती अब विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के लिए चर्चा का विषय बन गई है। गुरुवार को चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के बैगों की तलाशी ली।
नासिक में हेलिकॉप्टर से उतरने के बाद खरगे के बैग की जांच की गई, और इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। वहीं, अहमदनगर में उद्धव ठाकरे के बैग की भी जांच की गई। इससे पहले, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बैग और हेलीकॉप्टर की जांच पालघर पुलिस ग्राउंड हेलीपैड पर की गई थी, जब वह विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए वहां पहुंचे थे।
देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के सामानों की भी हुई थी तलाशी
महाराष्ट्र में चुनाव आयोग द्वारा बैगों की तलाशी को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। बुधवार को, चुनाव कर्मियों ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के बैग की जांच की, और इसका वीडियो भाजपा द्वारा जारी किया गया। वीडियो में चुनाव कर्मी बैग की जांच करते हुए नजर आ रहे हैं। भाजपा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केवल संविधान का दिखावा करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि सभी को इसका पालन भी करना चाहिए। भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ नेताओं को नाटक करने की आदत हैं।
इससे पहले, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बैग की भी चुनाव कर्मियों ने जांच की थी। यह जांच उस समय की गई थी जब पवार चुनाव प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर से यात्रा कर रहे थे। पवार ने इस कदम को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक बताया। इसके साथ ही, उन्होंने एक वीडियो भी साझा किया था, जिसमें चुनाव कर्मियों को उनके बारामती विधानसभा क्षेत्र में उनके बैग की जांच करते हुए देखा जा सकता हैं।
उद्धव ठाकरे को चुनाव आयोग ने बैग जांच के बाद दिया था जवाब
पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने चुनाव प्रचार के दौरान लातूर और यवतमाल जिलों में उनके बैग की जांच को लेकर सवाल उठाया था। ठाकरे ने गुस्से में कहा था कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सत्तारूढ़ गठबंधन के अन्य वरिष्ठ नेताओं पर भी चुनाव प्रचार के दौरान यही नियम लागू किया जाएगा। उनका यह सवाल चुनाव आयोग की कार्रवाई को लेकर था, जो उनके बैग और हेलीकॉप्टर की जांच कर रहा था।
इस पर चुनाव आयोग ने करारा जवाब देते हुए कहा कि यह सभी नेताओं के लिए समान है और एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) के तहत उनकी जांच की जाती है। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि इसी प्रक्रिया के तहत भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बैग और हेलीकॉप्टर की भी जांच की जा चुकी है। चुनाव आयोग ने यह सुनिश्चित किया कि सभी नेताओं के साथ समानता का व्यवहार किया जा रहा है और यह प्रक्रिया चुनावों की पारदर्शिता और निष्पक्षता को सुनिश्चित करने के लिए हैं।