देवेंद्र फडणवीस ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा है कि इस बार महाराष्ट्र में 'वोट जिहाद' और फर्जी बयानबाजी का असर नहीं होगा। उनके इस बयान ने महाराष्ट्र की राजनीति में फिर से हलचल पैदा कर दी है। शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने फडणवीस के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। आइए जानते हैं फडणवीस ने और क्या कहा और विपक्ष ने इस पर क्या प्रतिक्रिया दी।
Maharashtra: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक बार फिर प्रदेश की सियासत में गर्माहट पैदा करते हुए वोट जिहाद का जिक्र किया है। फडणवीस ने कहा कि इस बार के महाराष्ट्र चुनाव में वोट जिहाद और फर्जी बयानबाजी कोई असर नहीं डाल पाएंगी। उन्होंने यह भी दावा किया कि 20 नवंबर को होने वाले चुनाव में महायुति गठबंधन ही सत्ता में आएगा। एनडीटीवी से बातचीत करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'लोकसभा चुनाव में वोट जिहाद असली (कारक) था। एक विशेष समुदाय के लोगों ने भाजपा के खिलाफ मतदान किया। इसका उद्देश्य मोदी को हटाना था। लेकिन यह इस बार काम नहीं करेगा।'
शिवसेना यूबीटी का जवाब
आपको जानकारी के लिए बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान "वोट जिहाद" शब्द काफी चर्चा में रहा था। जब सपा नेता मारिया आलम खां ने लोगों से अपील करते हुए कहा था कि अल्पसंख्यक समुदाय के सामने वर्तमान स्थिति में वोट जिहाद आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा था कि हर महिला और हर पुरुष को संविधान की रक्षा के लिए वोट जिहाद की इस लड़ाई में उतरना होगा।
अब फडणवीस ने महाराष्ट्र के चुनावी अभियान के दौरान इस मुद्दे को फिर से उठाकर चर्चा में ला दिया है। फडणवीस के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने कहा कि फडणवीस को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वोट जिहाद क्या है। क्या 2019 में जब मुस्लिम वोट मोदी को मिले थे, तब यह वोट जिहाद नहीं था? उन्होंने आगे कहा कि जब आपको मुस्लिम वोट मिलते हैं, तो यह वोट जिहाद नहीं होता, लेकिन जब वही वोट कांग्रेस या हमें मिलते हैं, तो इसे वोट जिहाद कहा जाता है।
मविआ ने बनाई झूठी कहानी: फडणवीस
यह ध्यान देने योग्य है कि लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में भाजपा, शिवसेना और एनसीपी (अजित पवार) का गठबंधन केवल 48 में से 17 सीटें ही जीत सका, जबकि कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरद पवार) के महा विकास अघाड़ी ने शानदार प्रदर्शन किया। इस संदर्भ में, फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र के मतदाता कभी भी मिला-जुला निर्णय नहीं लेते।
उन्होंने कहा, 'लोकसभा चुनाव के दौरान, महा विकास अघाड़ी ने एक झूठी कहानी गढ़ी। हमने इसका स्पष्ट जवाब दिया है। अब जनता को यह पता चल चुका है कि उन्होंने झूठ बोला था। उन्होंने कहा था कि मोदीजी आएंगे और संविधान को बदल देंगे और आरक्षण खत्म कर देंगे। इसलिए, लोगों ने राहुल गांधी और एमवीए को वोट दिया।
फिर राहुल गांधी विदेश चले गए और कहा कि आरक्षण की आवश्यकता कम हो रही है और वे इसे समाप्त कर देंगे। उनके झूठ का सच सामने आ चुका है और हमें विश्वास है कि हम चुनकर आएंगे।'
एक समुदाय चुनाव के परिणाम को नहीं कर सकता निर्धारित
महाराष्ट्र चुनावों में दलित वोट के महत्व पर बात करते हुए फडणवीस ने कहा, "दलित मतदाता महत्वपूर्ण हैं, लेकिन महाराष्ट्र जैसे विशाल राज्य में कोई एक समुदाय चुनाव का निर्णय नहीं ले सकता। लोकसभा चुनाव के दौरान कुछ भ्रामक बयानों के कारण दलित मतदाता हमसे दूर हो गए थे, लेकिन अब वे हमारे साथ लौट आए हैं।"
विपक्षी महा विकास अघाड़ी पर निशाना साधते हुए फडणवीस ने कहा, "विपक्ष केवल रुकने में रुचि रखता है, यानी ‘रुको। अगर विकास पर चर्चा होती है, तो मैं दावे के साथ कहता हूं कि हमारे प्रतिद्वंद्वियों को इसमें भाग लेने का अवसर नहीं मिलेगा, क्योंकि वे हमेशा परियोजनाओं को रोकने का काम करते हैं। बुलेट ट्रेन रोको, मेट्रो रोको, महामार्ग रोको, अटल सेतु रोको, एयरपोर्ट रोको। हमारा काम है ‘ठोको-कार्य को पूरा करो और प्रगति की ओर बढ़ो।"