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Manmohan Singh Memorial: शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस पर साधा निशाना, पिता के निधन को लेकर किया बड़ा खुलासा

Manmohan Singh Memorial: शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस पर साधा निशाना, पिता के निधन को लेकर किया बड़ा खुलासा
Last Updated: 15 घंटा पहले

शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि उनके पिता प्रणब मुखर्जी के निधन पर पार्टी ने शोक सभा नहीं आयोजित की। उन्होंने कांग्रेस की कार्यशैली और पीवी नरसिम्हा राव के लिए स्मारक न बनाने पर भी सवाल उठाए।

Sharmistha Mukherjee: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अलग स्मारक बनाने का प्रस्ताव देने की आलोचना की है। शर्मिष्ठा ने इस प्रस्ताव पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

कांग्रेस ने पिता के निधन पर संवेदना बैठक क्यों नहीं की?

शर्मिष्ठा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में आरोप लगाया कि अगस्त 2020 में उनके पिता प्रणब मुखर्जी के निधन पर कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) ने कोई शोक सभा नहीं आयोजित की। इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने उन्हें बताया था कि भारतीय राष्ट्रपति के निधन पर ऐसी बैठकें आयोजित नहीं होतीं, जिसे उन्होंने "बेहद बेतुका" करार दिया।

कांग्रेस की कार्यशैली पर गहरी नाराजगी

शर्मिष्ठा ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने अपने पिता की डायरी से जाना कि पूर्व राष्ट्रपति के.आर. नारायणन के निधन पर कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई गई थी और शोक संदेश का ड्राफ्ट भी उनके पिता प्रणब मुखर्जी ने तैयार किया था। इस तुलना में कांग्रेस के रवैये को लेकर शर्मिष्ठा ने गहरी नाराजगी जाहिर की।

शर्मिष्ठा ने कांग्रेस की नीति पर सवाल उठाते हुए यह भी याद दिलाया कि 2004 में दिवंगत हुए पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के लिए भी पार्टी ने कोई स्मारक नहीं बनवाया। उन्होंने यह आरोप लगाया कि कांग्रेस ने राव के लिए दिल्ली में स्मारक बनाने या उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में करने की कोई पहल नहीं की।

कांग्रेस और गांधी परिवार के संबंधों पर सवाल

शर्मिष्ठा ने बीजेपी के नेता सी.आर. केसवण का एक पोस्ट भी शेयर किया, जिसमें यह बताया गया था कि कांग्रेस ने "गांधी परिवार" के सदस्य नहीं होने की वजह से पार्टी के बाकी नेताओं की उपेक्षा की। इस पर शर्मिष्ठा ने कांग्रेस के रवैये को लेकर नाराजगी जताई और पार्टी की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाए।

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