Uttarakhand Tourism: सात वर्षों में पर्यटकों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि, कोविड के बाद आई नई उम्मीद

Uttarakhand Tourism: सात वर्षों में पर्यटकों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि, कोविड के बाद आई नई उम्मीद
Last Updated: 3 घंटा पहले

उत्तराखंड पर्यटन में पिछले सात वर्षों में 61.79 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। 2018 में जहां 3.68 करोड़ पर्यटक उत्तराखंड आए थे, वहीं 2023 में यह संख्या बढ़कर 5.96 करोड़ हो गई है। कोविड-19 के बाद से पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय उछाल आया है, जिसका मुख्य कारण एस्ट्रो एयरो, इको और साहसिक पर्यटन में किए गए नए नवाचार हैं। इन प्रयासों ने न केवल पर्यटकों को आकर्षित किया है, बल्कि उत्तराखंड की पर्यटन संभावनाओं को भी नए आयाम दिए हैं।

Uttarakhand Tourism: पर्यटन विकास क्षेत्र में नए नवाचारों के कारण बाहरी पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है। पिछले सात वर्षों की तुलना में पर्यटकों की संख्या में करीब 61.79 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वर्ष 2018 में देवभूमि के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर 3.68 करोड़ पर्यटक आए थे, जबकि 2023 में यह संख्या बढ़कर 5.96 करोड़ हो गई। 2024 के अगस्त तक, लगभग तीन करोड़ पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे हैं।

देवभूमि का सुहावना मौसम और हरा-भरा प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। इसी कारण, हर दिन पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हो रही है। पिछले सात वर्षों में प्रदेश में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए एस्ट्रो, एयरो, ईको और साहसिक पर्यटन में कई नवाचार किए गए हैं। इन प्रयासों ने न केवल पर्यटन को बढ़ावा दिया है, बल्कि स्थानीय रोजगार के अवसरों में भी इजाफा किया है।

उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा नए नवाचारों से देश-विदेश में फैल रहा प्रचार

मानसखंड मंदिर माला का निर्माण, टिहरी झील का सुंदरीकरण, होमस्टे योजना, टूर एजेंसियों की मान्यता, एयरो फेस्टिवल, वेडिंग प्वाइंट, मोटर कैरावैन, राफ्टिंग, योगा केंद्र, साहसिक खेलों में पैराग्लाइडिंग और माउंटेनियरिंग जैसे आइआरसीटीसी योजनाओं के तहत नए प्रोजेक्ट्स की शुरुआत से उत्तराखंड पर्यटन का प्रचार-प्रसार न केवल पूरे देश में हो रहा है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी फैल रहा है। यह स्पष्ट है कि उत्तराखंड में पर्यटन से संबंधित लगभग सभी गतिविधियां सक्रिय रूप से संचालित की जा रही हैं, जो इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाती हैं।

होटल और टूर एजेंसियों की मान्यता से पर्यटकों पर नहीं बढ़ा खर्च     

अब पर्यटन स्थलों पर मनमानी किराए से मुक्ति! पर्यटन विकास बोर्ड ने प्रदेश के सभी होटल, होमस्टे, रेस्ट-हाउस, गेस्ट हाउस और टूर एजेंसी को पंजीकृत करके उन्हें मान्यता प्रदान की है। इस कदम से अब पर्यटकों को वाजिब किराया चुकाना होगा और मनमानी से मुक्ति मिलेगी। पहले अक्सर पर्यटक होटल और वाहनों के किराए में मनमानी होने की शिकायत करते थे।

पर्यटन विभाग में प्रदेश के 4,915 होटल, गेस्ट-हाउस, रेस्ट-हाउस और रिसॉर्ट पंजीकृत हैं, जबकि पंजीकृत होमस्टे की संख्या 5,707 है। ट्रैवल एजेंट और टूर ऑपरेटर की संख्या 616 है, और टेंट कॉलोनी की संख्या 255 है। इन आंकड़ों के साथ, स्थानीय रोजगार को भी काफी बढ़ावा मिला है, जिससे पर्यटन क्षेत्र में विकास की नई संभावनाएं उत्पन्न हो रही हैं।

अब पर्यटन बोर्ड द्वारा पंजीकरण और मान्यता प्रदान करने से यह समस्या दूर होने की उम्मीद है। पर्यटकों को अब विश्वास होगा कि उन्हें उचित मूल्य पर सेवाएं मिल रही हैं। यह कदम पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने और पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

1,816 युवाओं को प्रदान किया गया साहसिक पर्यटन का प्रशिक्षण

पर्यटन विभाग ने पैराग्लाइडिंग, माउंटेनियरिंग, नौकायान, कायकिंग-कैनोइंग और लो एल्टीट्यूड से हाई एल्टीट्यूड ट्रैकिंग के लिए 1,816 स्थानीय युवाओं को बाहरी एजेंसी के माध्यम से प्रशिक्षण दिया है। यह प्रशिक्षण इस उद्देश्य से प्रदान किया गया है कि पर्यटक यहां साहसिक पर्यटन का आनंद ले सकें और स्थानीय युवा रोजगार से जुड़े रहें।

इस प्रशिक्षण में पैराग्लाइडिंग में 741, कायकिंग में 240, और नौकायान में 14 महिलाओं को विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावा, अन्य युवाओं को भी साहसिक पर्यटन की विभिन्न गतिविधियों का प्रशिक्षण प्राप्त हुआ है।

विभाग में साहसिक पर्यटन के लिए 196, ट्रैकिंग के लिए 318, और राफ्टिंग के लिए भी 318 टूर ऑपरेटर पंजीकृत हैं, जो पर्यटन के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

वेडिंग, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी और योगा प्वाइंट की भी हैं उपलब्धता

 प्रदेश में पर्यटन के साथ-साथ अब पर्यटकों के लिए कई नए विकल्प भी उपलब्ध हैं। यहाँ 12 वेडिंग प्वाइंट, 36 योगा प्वाइंट, 15 एमयूजमेंट पार्क और 33 वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी प्वाइंट हैं जहाँ पर्यटक उचित मूल्य पर सभी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। ये सभी प्वाइंट पर्यटन विभाग में पंजीकृत हैं, जिससे पर्यटकों को सुरक्षा और गुणवत्ता का भरोसा मिलता है।

अब आप अपने पसंदीदा स्थान पर शादी कर सकते हैं, योग और ध्यान के लिए शांत वातावरण का आनंद ले सकते हैं, मनोरंजन पार्क में रोमांच का अनुभव कर सकते हैं और जंगली जानवरों की खूबसूरत तस्वीरें क्लिक कर सकते हैं। ये विकल्प प्रदेश में पर्यटन को और अधिक समृद्ध और आकर्षक बनाते हैं, पर्यटकों को अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करते हैं।

मानसखंड माला मिशन दक्षिण में बढ़ती पहचान और पर्यटन विकास

2 शादी स्थल, 36 योग केंद्र, 15 मनोरंजन पार्क और 33 वन्यजीव फोटोग्राफी स्थल! प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए, सरकार ने 12 वेडिंग प्वाइंट, 36 योगा प्वाइंट, 15 एमयूजमेंट पार्क और 33 वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी प्वाइंट की स्थापना की है। ये सभी स्थान पर्यटन विभाग में पंजीकृत हैं और यहां पर्यटकों को उचित मूल्य पर सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं।

अब पर्यटक प्रदेश में अपनी शादी, योग अभ्यास, मनोरंजन और वन्यजीव फोटोग्राफी का आनंद ले सकते हैं। ये सभी प्वाइंट प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित हैं, जो पर्यटकों को विभिन्न प्रकार के आकर्षणों का अनुभव करने का अवसर प्रदान करते हैं। इससे प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करने में मदद मिलेगी।

छह वर्षों में पर्यटकों की संख्या में हुई वृद्धि

वर्षों के अनुसार पर्यटकों की संख्या:

2018: 3,68,52,204

2019: 3,92,25,740

2020: 78,74,765

2021: 2,00,18,115

2022: 5,39,81,338

2023: 5,96,36,601

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