वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण UK और Austria दौरे पर हैं, जहां वे निवेश, डिजिटल अर्थव्यवस्था और क्लाइमेट फाइनेंस पर ग्लोबल लीडर्स से बातचीत करेंगी।
नई दिल्ली: भारत की केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 8 से 13 अप्रैल 2025 तक यूके और ऑस्ट्रिया के आधिकारिक दौरे पर रहेंगी। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के साथ आर्थिक और निवेश संबंधों को मज़बूत करना है।
लंदन में होगी भारत-यूके आर्थिक वार्ता
9 अप्रैल को लंदन में 13वीं भारत-यूके आर्थिक और वित्तीय वार्ता (13th EFD) आयोजित की जाएगी, जिसकी सह-अध्यक्षता वित्त मंत्री सीतारमण और UK के चांसलर ऑफ़ द एक्सचेकर करेंगे। इस संवाद के दौरान निवेश, फिनटेक, डिजिटल इकोनॉमी, टैक्स नियमों, UPI कनेक्टिविटी और जलवायु वित्त जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी।
भारत की प्राथमिकताएं होंगी:
- GIFT सिटी में निवेश बढ़ाना
- इंश्योरेंस और पेंशन सेक्टर में सहयोग
- सस्टेनेबल क्लाइमेट फंडिंग के लिए नए अवसर तलाशना
वित्त मंत्री लंदन में इन्वेस्टर्स राउंडटेबल को भी संबोधित करेंगी, जिसमें दुनिया के प्रमुख पेंशन फंड्स, बैंक और इंश्योरेंस कंपनियों के CEO शामिल होंगे। यह कार्यक्रम UK के ट्रेड मिनिस्टर जोनाथन रेनॉल्ड्स और City of London के साथ साझेदारी में होगा।
ऑस्ट्रिया में होंगे हाई-लेवल मीटिंग्स
ऑस्ट्रिया में सीतारमण देश के वित्त मंत्री मार्कस मार्टरबाउर, संघीय चांसलर क्रिश्चियन स्टॉकर, और अर्थव्यवस्था मंत्री वोल्फगैंग हैटमैन्सडॉर्फर से मिलेंगी। इस दौरान वे प्रमुख ऑस्ट्रियन CEOs के साथ एक विशेष CEO सेशन की सह-अध्यक्षता करेंगी। इस सेशन में उन्हें भारत में मौजूद और आने वाले इंवेस्टमेंट अवसरों से अवगत कराया जाएगा।
यह यात्रा भारत के लिए ग्लोबल फाइनेंशियल कनेक्शन बढ़ाने, विदेशी निवेश को आकर्षित करने और डिजिटल व ग्रीन इकोनॉमी में सहयोग को मजबूत करने का अहम मौका मानी जा रही है।