Punjab: पंजाब का सियासी पारा चढ़ा, सांसद चुने गए तीन कांग्रेस विधायकों ने दिया इस्तीफा

Punjab: पंजाब का सियासी पारा चढ़ा, सांसद चुने गए तीन कांग्रेस विधायकों ने दिया इस्तीफा
Last Updated: 16 जून 2024

पंजाब में कांग्रेस पार्टी के तीन विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। इनमें पूर्व डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा, आम आदमी पार्टी (AAP) नेता राज कुमार चब्बेवाल और कांग्रेस अध्यक्ष राजा वड़िंग ने लोकसभा सीट से इस्तीफा दिया है।

Punjab Polity: लोकसभा चुनावों के नतीजो के बाद पंजाब की राजनीति में फेरबदल देखने को मिल रहा है। ऐसे में नए चुने सांसदों द्वारा अपने पूर्व पदो से इस्तीफे देने शुरू कर दिए हैं। इसी दौरान विधानसभा स्पीकर द्वारा कई नेताओं के इस्तीफे मंजूर कर लिए गए हैं। सूत्रों के अनुसार विधानसभा स्पीकर कुलतार संधवा ने गुरदासपुर सीट से सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा और होशियारपुर सीट से सांसद राज कुमार चब्बेवाल का विधायकी पद से इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।

तीनों विधायकों ने दिया इस्तीफा

subkuz.com को मिली जानकारी के मुताबिक, सांसद बने सुखजिंदर सिंह रंधावा डेरा बाबा नानक की सीट और राज कुमार चब्बेवाल हलका चब्बेवाल सीट से विधायक थे। बता दें कि, वहीं गिद्दड़बाहा से पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और लुधियाना से सांसद चुने गए अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने भी अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है, जो कि अब नई सरकार के साथ लुधियाना से सांसद चुने गए है। इसके साथ ही पंजाब की 3 विधानसभा सीटें खाली हो गई हैं।

10 जुलाई से उप चुनाव

बताया जा रहा है कि संगरूर से सांसद चुने गए कैबिनेट मंत्री गुरमीत मीत हेयर जल्द ही विधानसभा की बरनाला सीट से इस्तीफा देंगे। वहीं, इस्तीफे देने के बाद इन सभी विधायकों की सीट पर विधानसभा उप चुनाव करवाए जाएंगे। इसके साथ ही भारतीय चुनाव आयोग द्वारा इन सीटों पर चुनाव की घोषणा कर दी जाएगी। जहां पर 10 जुलाई 2024 को उप चुनाव होने जा रहे हैं।

चार विधायकों ने चुनाव में की जीत दर्ज

मिली जानकारी के अनुसार, पंजाब से इन चुनावों में 4 विधायकों ने जीत हासिल की हैं। जिनमें डेरा बाबा नानक सीट से सुखजिंदर सिंह रंधावा, गिद्दड़बाहा से राजा वड़िंग, बरनाला से गुरमीत सिंह मीत हेयर चब्बेवाल होशियारपु की सीट से कांग्रेस छोड़ AAP में शामिल हुए राज कुमार चब्बेवाल शामिल है।

सूत्रों की मानें तो एक ही समय पर 2 पदों का कार्यभार नहीं संभाला जा सकता। ऐसे में कानूनी तौर पर सांसद बने सभी नेताओं को 20 जून तक अपने पूर्व पदों से इस्तीफा देना होगा। अगर किसी नेताओं द्वारा पूर्व पद से इस्तीफा नहीं दिया जाता तो, उस विधानसभा सीट को खाली माना जाएगा। बता दें कि 4 जून को चुनावों के नतीजे के बाद सभी लोकसभा सांसदों को नोटिफिकेशन भेज दिया था। जिसके जारी होने के 14 दिनों के भीतर इस्तीफा देने की प्रक्रिया पूरी करने होगी।  

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