उत्तर भारत के पहाड़ों से लेकर पूर्वी भारत तक तेज वर्षा का सिलसिला अभी भी जारी है, जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ रही हैं। शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में कहीं वर्षा हुई तो कहीं हिमपात देखने को मिला। उत्तराखंड में भी पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बारिश का क्रम जारी रहा। बिहार में अगले 24 घंटे के भीतर पांच जिलों में अत्यधिक वर्षा की चेतावनी जारी की गई है।
नई दिल्ली: उत्तर भारत से पूर्वी भारत तक तेज बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में अब बर्फबारी भी शुरू हो चुकी है, जिससे भीषण गर्मी से राहत मिल रही है। हिमाचल में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।
शुक्रवार को हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में कुछ जगहों पर बारिश तो कुछ क्षेत्रों में बर्फबारी देखने को मिली। हिमाचल के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए रहे। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भी हल्की बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इसी तरह, बिहार के 10 से अधिक जिलों में अगले 24 घंटों के भीतर अचानक बाढ़ (फ्लैश फ्लड) का अलर्ट जारी किया गया है।
रोहतांग, शिंकुला और बारालाचा में बर्फबारी
हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार को कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर और शिमला में वर्षा हुई, जबकि रोहतांग, शिंकुला और बारालाचा क्षेत्र में हिमपात हुआ है। इस वर्षा और हिमपात के कारण अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की कमी आई है। न्यूनतम तापमान में भी दो से चार डिग्री की गिरावट देखने को मिली है। विशेषज्ञों के अनुसार, मौसम में यह बदलाव और वर्षा धान की फसल के लिए अनुकूल नहीं है। इसके अलावा, बुधवार और गुरुवार को हुई वर्षा के चलते प्रदेश में 33 सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई हैं। इसके साथ ही, आठ ट्रांसफार्मर खराब होने के कारण कुछ क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति प्रभावित हो रही है।
गुलमर्ग में सीजन की पहली बर्फबारी
कश्मीर में पिछले कई दिनों से सामान्य से ऊपर बने रहने वाले तापमान के कारण गर्मी से परेशान घाटी में शुक्रवार को मौसम ने एक नया मोड़ लिया। पर्यटन स्थल गुलमर्ग के अफरवट, गुरेज, राजदान टाप, सिंथन टाप और अन्य ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में पहली बार बर्फबारी हुई, जबकि श्रीनगर सहित निचले इलाकों में तेज वर्षा हुई।
जम्मू संभाग में सुबह हुई तेज बारिश से तापमान में गिरावट आई है। कुछ स्थानों पर सुबह आई आंधी और तेज बारिश ने धान की फसल को नुकसान पहुँचाया है। मौसम विभाग के अनुसार, 28 सितंबर से मौसम में सुधार की उम्मीद है, और पांच अक्टूबर तक मौसम शुष्क बना रहेगा। हालांकि, शनिवार को कुछ उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बारिश की संभावना है।
उत्तराखंड के छह जिलों में भारी बारिश की संभावना
उत्तराखंड में शुक्रवार को भी पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की बारिश का सिलसिला जारी रहा। पिछले दो दिनों में राज्य के अधिकांश हिस्सों में रुक-रुककर बारिश हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार, शनिवार को पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चंपावत, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में गरज-चमक के साथ तेज बारिश हो सकती है। इन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही, तीन अक्टूबर तक उत्तराखंड से मानसून की विदाई संभव है।
बिहार में अचानक बाढ़ का अलर्ट जारी
बिहार में बागमती नदी खतरे के निशान के पार बह रही है, जबकि कोसी और गंडक भी उफान पर हैं। अगले 24 घंटों में पटना समेत 13 जिलों में फ्लैश फ्लड (आकस्मिक बाढ़) का अलर्ट जारी किया गया है। जिन जिलों में फ्लैश फ्लड का अलर्ट है, उनके जिलाधिकारियों को आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा चेतावनी भेजी गई है। इसके अलावा, पांच जिलों में अत्यधिक बारिश की चेतावनी भी दी गई है।
वर्षा ने दार्जिलिंग की स्थिति को किया गंभीर
पूरे विश्व में प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बंगाल के दार्जिलिंग की स्थिति इन दिनों भारी वर्षा के कारण गंभीर हो गई है। इससे न केवल पर्वतीय क्षेत्र के निवासियों की परेशानियाँ बढ़ी हैं, बल्कि देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या में भी कमी आई है। शनिवार को भी राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, शनिवार तक पहाड़ों और मैदानी इलाकों में तेज वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। लगातार चार दिनों की बारिश और भूस्खलन के कारण लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।