उत्तर भारत में प्रचंड शीतलहर जारी है, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में ठंडी हवाओं के साथ तापमान में गिरावट देखी जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, कश्मीर में 6 जनवरी तक दो पश्चिमी विक्षोभों के प्रभाव से बर्फबारी और वर्षा की संभावना हैं।
मौसम: उत्तर भारत में नए साल की शुरुआत कड़ाके की ठंड के साथ हुई है। पहाड़ी राज्यों में भारी बर्फबारी जारी है, जबकि मैदानी इलाकों में ठंडी हवाएं और गिरता तापमान लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहा है। कश्मीर में शीतलहर अपने चरम पर है, जहां लगातार तापमान में गिरावट देखी जा रही है। दिल्ली, बिहार और उत्तर प्रदेश में न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस तक नीचे गिर गया हैं।
राजधानी दिल्ली और एनसीआर के अन्य क्षेत्रों में ठंड का असर काफी अधिक है, जिसके चलते मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। हालांकि मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार सुबह घने कोहरे और स्मॉग की संभावना जताई थी।
उत्तर प्रदेश में ठंड का प्रकोप
उत्तर प्रदेश के लखनऊ सहित अन्य हिस्सों में ठंड ने लोगों को काफी परेशान कर दिया है। गुरुवार को तापमान में मामूली सुधार की संभावना जताई गई है, जहां दिन का तापमान 18 डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है। इससे दिन में थोड़ी राहत जरूर मिलेगी, लेकिन रातें अब भी ठंडी बनी रहेंगी। प्रदेश के श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी और बरेली जैसे जिलों में शीत दिवस के कारण येलो अलर्ट जारी किया गया हैं।
मौसम विभाग का अनुमान है कि तीन जनवरी से पूरे प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन सुबह और देर रात हल्के से मध्यम कोहरे का असर बना रहेगा। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, गुरुवार से तराई के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर शीत दिवस खत्म हो सकता है और अगले चार दिनों में दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी की संभावना है। सात और आठ जनवरी से बादलों के कारण मौसम में फिर बदलाव हो सकता हैं।
इन राज्यों में बारिश का आसार
तेज पछुआ हवाओं और पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के कारण राजधानी पटना समेत बिहार के 24 शहरों में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। इससे ठंड में वृद्धि हुई है और गलन का असर और बढ़ गया है। पिछले 24 घंटों में पटना के अधिकतम तापमान में छह डिग्री की भारी गिरावट दर्ज की गई, जिससे सुबह और शाम के समय कनकनी और अधिक महसूस हो रही हैं।
राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और मध्य प्रदेश जैसे पड़ोसी राज्यों में भी कड़ाके की ठंड का असर देखा जा रहा है। इन राज्यों के साथ ही बंगाल और बिहार में घने कोहरे ने जनजीवन प्रभावित किया है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के ऊपर सक्रिय है, जिसके चलते पांच और छह जनवरी को उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में बूंदाबांदी होने की संभावना जताई गई है। ठंड के इस बढ़ते प्रभाव ने लोगों को सतर्क रहने और गर्म कपड़ों का उपयोग करने की जरूरत पर जोर दिया हैं।
कश्मीर में आज बर्फबारी की संभावना
जम्मू-कश्मीर में कड़ाके की ठंड के बीच पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव दिखना शुरू हो गया है। बुधवार को उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में वर्षा शुरू हुई, और मौसम विभाग का अनुमान है कि गुरुवार से पहाड़ी इलाकों में हल्का हिमपात और निचले क्षेत्रों में वर्षा हो सकती है। कश्मीर के सभी स्थानों पर तापमान लगातार शून्य से नीचे बना हुआ है, जिससे ठंड का प्रकोप और अधिक बढ़ गया हैं।
जम्मू में भी ठंड और हल्के कोहरे ने लोगों को परेशान कर रखा है। मौसम विभाग ने छह जनवरी तक दो पश्चिमी विक्षोभों के प्रभाव के चलते क्षेत्र में बर्फबारी और वर्षा की संभावना जताई है। विक्षोभ का सबसे अधिक असर चार और पांच जनवरी को देखने को मिलेगा। इन परिस्थितियों में जनजीवन प्रभावित हो सकता है, और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई हैं।