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IPL 2025: CSK की प्लेऑफ उम्मीदें ज़िंदा, अब बस करना होगा चमत्कार!

IPL 2025: CSK की प्लेऑफ उम्मीदें ज़िंदा, अब बस करना होगा चमत्कार!
अंतिम अपडेट: 9 घंटा पहले

आईपीएल 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की शुरुआत बेहद निराशाजनक रही है। धोनी की कप्तानी में खेलने वाली यह अनुभवी टीम लगातार 5 मुकाबले हार चुकी है और फिलहाल अंकतालिका में 9वें पायदान पर है। नेट रन रेट भी -1.554 पर खड़ा है, जो किसी भी टीम के लिए चिंता का विषय हो सकता है। 

स्पोर्ट्स न्यूज़: चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए आईपीएल 2025 का सीजन अब तक चुनौतीपूर्ण रहा है, खासकर हाल की लगातार पांच हार के बाद। वर्तमान में सीएसके आईपीएल की अंक तालिका में 9वें पायदान पर हैं, और उनका नेट रन रेट -1.554 है, जो उनके लिए बड़ी चिंता का विषय बन गया है। हालांकि, टूर्नामेंट में अभी सीएसके के 8 मैच बाकी हैं, और टीम के पास प्लेऑफ में जगह बनाने का एक मौका है।

प्लेऑफ की राह मुश्किल लेकिन नामुमकिन नहीं

चेन्नई ने अभी तक 6 मैच खेले हैं, जिनमें से सिर्फ एक में जीत मिली है। टीम के पास अब भी 8 मैच बाकी हैं। यदि सीएसके इन 8 में से कम से कम 7 मैच जीत ले, तो उनके खाते में 16 अंक हो जाएंगे, जो आमतौर पर प्लेऑफ के दरवाज़े खोलने के लिए पर्याप्त माने जाते हैं। हालांकि सिर्फ अंक नहीं, बल्कि नेट रन रेट भी बड़ा फैक्टर बन सकता है। ऐसे में सीएसके को सिर्फ जीत ही नहीं, बड़ी जीतों की जरूरत होगी ताकि NRR को भी प्लेऑफ-फ्रेंडली बनाया जा सके।

मुंबई इंडियंस जैसा उदाहरण

आईपीएल के इतिहास में ऐसी एक मिसाल मौजूद है, जो सीएसके फैंस को प्रेरणा दे सकती है। साल 2015 में मुंबई इंडियंस की टीम ने अपने पहले 6 में से 5 मुकाबले गंवाए थे। लेकिन इसके बाद उन्होंने न केवल जबरदस्त वापसी की, बल्कि टूर्नामेंट जीत भी लिया। मुंबई ने उसी सीजन में सीएसके को दो बार हराया था, एक बार प्लेऑफ में और फिर फाइनल में। इस कहानी से साफ है कि आईपीएल में असंभव कुछ भी नहीं।

होम ग्राउंड पर हार से टूटे मनोबल को फिर करना होगा मजबूत

सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि चेन्नई इस सीजन अपने होम ग्राउंड एमए चिदंबरम स्टेडियम में तीन मुकाबले हार चुकी है। चेपॉक को जो टीम का किला माना जाता था, वही इस बार उनकी कमजोर कड़ी बन गया है। ऐसे में टीम को न केवल रणनीति में बदलाव लाना होगा, बल्कि खिलाड़ियों को आत्मविश्वास भी लौटाना होगा।

अगले आठ मुकाबले बनेंगे ‘करो या मरो’

धोनी की कप्तानी हमेशा से अनोखी रही है। अगर कोई कप्तान ऐसी स्थिति से टीम को बाहर निकाल सकता है, तो वो 'कैप्टन कूल' ही हैं। चाहे अनुभव की बात हो या युवाओं को मौका देने की कला, धोनी जानते हैं कि किस खिलाड़ी से कब और कैसे प्रदर्शन करवाना है। अब सीएसके के लिए हर मैच फाइनल जैसा होगा। कोई भी चूक सीधा टूर्नामेंट से बाहर कर सकती है। टीम को बैटिंग ऑर्डर को और मज़बूत करना होगा, साथ ही पावरप्ले में विकेट निकालने की आदत फिर से विकसित करनी होगी।

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