मुंबई इंडियंस ने आईपीएल 2025 से पहले पारस म्हाम्ब्रे को अपना गेंदबाजी कोच नियुक्त किया है। पारस म्हाम्ब्रे अब मौजूदा गेंदबाजी कोच लसिथ मलिंगा के साथ मिलकर काम करेंगे, जो टीम के गेंदबाजी विभाग को पहले से ही मजबूत बना रहे हैं। मुंबई इंडियंस ने इस नई नियुक्ति की जानकारी हाल ही में एक प्रेस रिलीज़ के माध्यम से दी।
स्पोर्ट्स न्यूज़: मुंबई इंडियंस ने आईपीएल 2025 से पहले पारस म्हाम्ब्रे को अपना नया गेंदबाजी कोच नियुक्त किया है। पारस म्हाम्ब्रे अब मौजूदा गेंदबाजी कोच लसिथ मलिंगा के साथ मिलकर काम करेंगे, जिससे टीम का गेंदबाजी आक्रमण और भी मजबूत होगा। मुंबई इंडियंस ने हाल ही में इस बारे में एक आधिकारिक रिलीज़ जारी की, जिसमें म्हाम्ब्रे की नियुक्ति की जानकारी दी गई।
पारस म्हाम्ब्रे भारतीय क्रिकेट के एक अनुभवी कोच हैं और उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम के साथ भी काम करने का लंबा अनुभव है। लसिथ मलिंगा, जो खुद एक महान गेंदबाज रह चुके हैं, ने मुंबई इंडियंस की गेंदबाजी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है, और अब म्हाम्ब्रे उनके साथ मिलकर इस दिशा में और योगदान देंगे।
Mumbai Indians के नए बॉलिंग कोच बने पारस
मुंबई इंडियंस ने एक आधिकारिक रिलीज के जरिए पारस म्हाम्ब्रे की गेंदबाजी कोच के रूप में वापसी की घोषणा की है। पारस म्हाम्ब्रे अब मुख्य कोच महेला जयवर्धने के तहत मौजूदा गेंदबाजी कोच लसिथ मलिंगा के साथ मिलकर टीम के गेंदबाजी विभाग को संभालेंगे। म्हाम्ब्रे इससे पहले भी मुंबई इंडियंस के कोचिंग स्टाफ का हिस्सा रह चुके हैं और उनके कार्यकाल के दौरान टीम ने आईपीएल 2013 का खिताब और चैंपियंस लीग टी20 (2011, 2013) सहित कई प्रमुख टूर्नामेंट जीते थे।
पारस म्हाम्ब्रे की कोचिंग में भारत ने हाल ही में टी20 विश्व कप 2024 का खिताब भी जीता, जिससे उनकी कोचिंग क्षमताओं की व्यापक पहचान हुई। उन्होंने पिछले 12 सालों में महाराष्ट्र, बंगाल, बड़ौदा और विदर्भ जैसी प्रमुख टीमों को कोचिंग दी है। उनकी इस सफलता और अनुभव को देखते हुए मुंबई इंडियंस ने उन्हें टीम में वापस लाने का निर्णय लिया है। म्हाम्ब्रे की यह नियुक्ति मेगा ऑक्शन से पहले की गई है, और वह इस ऑक्शन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
पारस म्हाम्ब्रे का शानदार करियर
पारस म्हाम्ब्रे ने भारत के लिए 1996 में इंग्लैंड दौरे पर दो टेस्ट और तीन वनडे मैच खेले थे। टेस्ट मैचों में उन्होंने कुल 2 विकेट हासिल किए, जबकि वनडे में 3 विकेट अपने नाम किए। हालाँकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनका करियर लंबा नहीं चला, लेकिन घरेलू क्रिकेट में उन्होंने मुंबई के लिए एक शानदार रिकॉर्ड बनाया। म्हाम्ब्रे ने 91 फर्स्ट-क्लास मैचों में भाग लिया, जिनमें उन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए अपना कद बढ़ाया।
घरेलू क्रिकेट में उनके अनुभव और कोचिंग के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें भारतीय क्रिकेट में एक प्रमुख कोचिंग शख्सियत बना दिया है। बाद में, उन्होंने अपने कोचिंग करियर में भारतीय और अन्य घरेलू टीमों के साथ काम करके बेहतरीन परिणाम दिए।