Olympics Controversies: पेरिस ओलंपिक 2024 के टॉप 5 विवाद, Vinesh Phogat के साथ-साथ अन्य एथलीट भी इस विवाद का हुए शिकार, देखें पूरी जानकारी

Olympics Controversies: पेरिस ओलंपिक 2024 के टॉप 5 विवाद, Vinesh Phogat के साथ-साथ अन्य एथलीट भी इस विवाद का हुए शिकार, देखें पूरी जानकारी
Last Updated: 17 अगस्त 2024

भारत ने पेरिस ओलंपिक 2024 में पांच कांस्य और एक रजत पदक अपने नाम किया। इस ओलंपिक में कुछ विवाद भी उठे। सबसे बड़ा विवाद भारतीय रेसलर विनेश फोगाट के साथ जुड़ा हुआ था। विनेश को 100 ग्राम अधिक वजन के कारण प्रतियोगिता से बाहर कर दिया गया था।

New Delhi: खेलों के सबसे बड़े महाकुंभ ओलंपिक गेम्स इस बार पेरिस में आयोजित किए गए। पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरुआत 26 जुलाई को हुई और इसका समापन 11 अगस्त को हुआ। पेरिस ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन मिश्रित रहा। भारत ने इन ओलंपिक गेम्स में पांच कांस्य और एक रजत पदक अपने नाम किया। भारत 6 पदकों के साथ मेडल टैली में 71वीं स्थिति पर रहा।

संयुक्त राज्य अमेरिका ने 126 पदकों (40 स्वर्ण, 44 रजत और 42 कांस्य) के साथ सबसे सफल देश का खिताब हासिल किया। वहीं, चीन इस तालिका में दूसरे स्थान पर रहा। इसके बाद जापान, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, नीदरलैंड्स, ग्रेट ब्रिटेन, साउथ कोरिया और अन्य टीमें रहीं। पेरिस ओलंपिक में कुछ बड़े विवाद भी देखने को मिले, जिन्होंने सुर्खियों में जगह बनाई।

विनेश फोगाट के साथ बड़ा विवाद

पेरिस ओलंपिक 2024 में सबसे बड़ा विवाद भारतीय रेसलर विनेश फोगाट के इर्द-गिर्द घूमता रहा। विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए वुमेन्स 50 किलो फ्रीस्टाइल के फाइनल में अपनी जगह बनाई। हालांकि, 100 ग्राम अधिक वजन के चलते उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। इस कारण से उनका मेडल छिन गया।

विनेश की दायर अपील को CAS ने किया खारिज

विनेश फोगाट ने अपने अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) में अपील की और अनुरोध किया कि उन्हें संयुक्त रजत पदक प्रदान किया जाए। हालांकि, CAS ने स्टार रेसलर विनेश फोगाट की अपील को अस्वीकार कर दिया। इसका अर्थ यह है कि विनेश को मेडल नहीं मिला। इस मामले की सुनवाई पहले ही हो चुकी थी, लेकिन फैसले की तारीख लगातार टलती जा रही थी। अंततः इस मामले में बुधवार 16 अगस्त को निर्णय आया। CAS ने विनेश की अपील को खारिज कर दिया।

अमेरिका की एथलीट ने मामला किया दर्ज

अमेरिका की जिम्नास्ट जॉर्डन चाइल्स से ब्रॉन्ज मेडल छीन लिया गया है। वहीं, जिम्नास्टिक के फ्लोर इवेंट में रोमानिया की एना बारबोसु ने चौथे स्थान पर रहकर भी ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया। गौरतलब है कि इस इवेंट में जॉर्डन तीसरे और एना चौथे नंबर पर रही थीं। मैच में हार के बाद एना बारबोसु और उनकी टीम ने CAS में मामला दायर किया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि जॉर्डन चाइल्स को गलत तरीके से अंक दिए गए थे, जिसके चलते वह तीसरे स्थान पर पहुंची थीं।

कोर्ट ने लिया निर्णय

इस मामले में CAS ने लंबी सुनवाई की और एना को सही ठहराया। CAS ने जॉर्डन चाइल्स का स्कोर भी घटा दिया। फैसले के बाद जॉर्डन चाइल्स का स्कोर 13.666 कर दिया गया, जिससे वह पांचवें स्थान पर पहुंच गईं। वहीं, एना बारबोसु तीसरे स्थान पर गईं। इस प्रकार, कोर्ट के निर्णय के बाद एना को ब्रॉन्ज मेडल (Branch medal) दिया गया।

इमान खलीफा रहीं चर्चा में

अल्जीरियाई बॉक्सर इमान खलीफा इस ओलंपिक खेलों के दौरान सुर्खियों में रहीं। खलीफा ने चीन की यांग लियू को हराकर अल्जीरिया के लिए स्वर्ण पदक जीता। यह दूसरी बार है जब किसी अल्जीरियाई बॉक्सर ने ओलंपिक में स्वर्ण पदक हासिल किया।

हालांकि, जीत से ज्यादा इमान खलीफा जेंडर विवाद के कारण चर्चा में रहीं। उन पर बायोलॉजिकल मेल होने का आरोप लगाया गया था, और यह भी कहा गया कि उनमें टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर पुरुषों के समान है। खलीफा 2023 विश्व चैम्पियनशिप (Championship) में जेंडर एलिजिबिलिटी मानदंडों को पूरा नहीं कर पाईं और प्रतियोगिता से बाहर हो गई थीं।

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने कीया समर्थन

इमान खलीफा ने राउंड-16 में इटली की बॉक्सर एंजेला कारिनी के खिलाफ केवल 46 सेकंड में मुकाबला जीत लिया। इसका मुख्य कारण यह था कि एंजेला चोटिल होकर बीच में ही मैच छोड़ने को मजबूर हो गईं। हालाँकि, उन्होंने बाद में कहा कि वह इस मैच में हारी नहीं, बल्कि खुद को विजेता मानती हैं, जिसके चलते विवाद बढ़ गया।

वहीं दूसरी ओर, खलीफा ने आलोचनाओं का सामना करते हुए अपनी स्थिति बनाए रखी। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह एक महिला के रूप में जन्मी थीं और हमेशा महिला श्रेणी में प्रतिस्पर्धा करती रही हैं। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने भी उनका समर्थन किया। जब खलीफा ने गोल्ड जीता, तो उन्हें प्रशंसकों और साथी एथलीटों से जबरदस्त समर्थन प्राप्त हुआ, जिन्होंने उनके खिलाफ घृणास्पद टिप्पणियों और ट्रांसफोबिया की कड़ी निंदा की।

ऑस्ट्रेलियाई टीम के सदस्य को किया गिरफ्तार

हॉकी खिलाड़ी टॉम क्रेग पेरिस ओलंपिक के दौरान कोकीन खरीदने के विवाद में फंस गए हैं। ऑस्ट्रेलियाई पुरुष हॉकी टीम के सदस्य क्रेग को कोकीन खरीदने की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार किया गया। उन्हें 17 वर्षीय संदिग्ध विक्रेता के साथ हिरासत में लिया गया। हालांकि, 28 वर्षीय क्रेग को बाद में चेतावनी देकर छोड़ दिया गया और उनके खिलाफ कोई औपचारिक आरोप नहीं लगाया गया।

अपनी रिहाई के बाद, टॉम क्रेग ने इस पूरे घटनाक्रम के लिए माफी मांगी। क्रेग ने स्वीकार किया कि उन्होंने एक बड़ी गलती की है और इसकी पूरी जिम्मेदारी ली है। ऑस्ट्रेलियाई ओलंपिक समिति (AOC) ने क्रेग से ओलंपिक एथलीट के विशेषाधिकार छीन लिए, जिसके कारण वह समापन समारोह सहित किसी अन्य ओलंपिक गतिविधि में भाग नहीं ले सके।

इटली के चैम्पियन पर जमीन पर सोने का आरोप

इटली के चैम्पियन तैराक थॉमस सेकॉन को पार्क में जमीन पर सोते हुए देखा गया है। थॉमस ने ओलंपिक गांव की खराब परिस्थितियों पर ध्यान केंद्रित किया था। उन्होंने सार्वजनिक रूप से इसकी शिकायत भी की थी। सेकॉन ने कहा था कि गर्मी और शोरगुल के कारण वे सो नहीं पा रहे हैं।

थॉमस ने पेरिस ओलंपिक में दो पदक जीते, जिसमें मेन्स 100 मीटर बैकस्ट्रोक इवेंट में स्वर्ण और मेन्स 4x100 मीटर फ्रीस्टाइल रिले में कांस्य पदक शामिल हैं। सऊदी अरब के एथलीट हुसैन अलीरेजा द्वारा साझा की गई एक इंस्टाग्राम स्टोरी (Instagram stories) में सेकॉन को पार्क में सोते हुए दिखाया गया था।

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