ट्रंप के टैरिफ ऐलान के बाद वैश्विक मंदी की आशंका से भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट, निफ्टी 1000 अंक फिसला, निवेशकों को ₹19 लाख करोड़ का नुकसान।
Market Cap Crash: भारतीय शेयर बाजार ने सोमवार को निवेशकों को तगड़ा झटका दिया, जब कारोबार की शुरुआत के महज पांच मिनट में ही करीब ₹19 लाख करोड़ की वेल्थ साफ हो गई। निफ्टी लगभग 1000 अंक तक लुढ़क गया, जो बीते 10 महीनों में सबसे बड़ी गिरावट मानी जा रही है। रिलायंस, TCS, Infosys जैसे दिग्गज शेयरों में भारी बिकवाली ने निवेशकों की चिंता को और गहरा कर दिया है।
1. वैश्विक मंदी की आशंका ने बढ़ाई चिंता
ट्रंप सरकार द्वारा घोषित नए टैरिफ रूल्स ने दुनिया के 180 से अधिक देशों को अपने दायरे में ले लिया है। इसका सीधा असर महंगाई, कॉर्पोरेट मुनाफे और खर्च करने की क्षमता पर पड़ता दिख रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह स्थिति बनी रही, तो Global Recession की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता — और भारत भी इस लहर से अछूता नहीं रहेगा।
2. RBI की बैठक पर सबकी निगाहें
7 से 9 अप्रैल तक चल रही RBI MPC Meeting में 25 बेसिस प्वाइंट की रेट कट की उम्मीद जताई जा रही है। यदि यह फैसला होता है, तो यह शेयर बाजार के लिए एक राहत की खबर हो सकती है। इसके साथ ही 11 अप्रैल को आने वाले Inflation और IIP Data से आर्थिक दिशा का अंदाजा लगेगा।
3. Global Sell-off से बढ़ा दबाव
डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ फैसले को “कड़वी दवा” बताते हुए कहा कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन Wall Street से लेकर Nikkei और Kospi तक सभी प्रमुख इंडेक्स में भारी गिरावट दर्ज की गई। अमेरिका का NASDAQ करीब 7% तक टूटा, वहीं ऑस्ट्रेलिया का S&P 200 6.5% और साउथ कोरिया का KOSPI 5.5% की गिरावट में बंद हुआ।
विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि यदि हालात न सुधरे, तो अमेरिकी बाजार 1987 की तरह बड़े Crash की ओर जा सकता है।