नया साल शुरू होने से पहले सभी यह जानने के इच्छा रखते हैं कि उनके लिए नया साल कैसा रहेगा। आने वाले साल में उनके जीवन पर ग्रहों-नक्षत्रों का कैसा प्रभाव रहेगा? ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों के अधिपति सूर्य सिंह राशि के स्वामी हैं। सिंह राशि के जातकों के लिए साल की शुरुआत में शनि देव सप्तम भाव में कुंभ राशि में गोचर करेंगे। इस समय आपको शनि से जुड़े अच्छे फल प्राप्त होंगे और काफी समय से चली आ रही योजनाएं पूरी हो जायेगी। अप्रैल मध्य तक गुरु का गोचर आपके अष्टम भाव में हो रहा है जिससे आपको धन से जुड़ी मामलों में कठिनाई आ सकती है। इस समय आपके शुभ कार्यों में देरी हो सकती है लेकिन 22 अप्रैल के बाद गुरु भाग्य स्थान में गोचर कर आपके धर्म भाव को मजबूत करेंगे। आपकी धार्मिक यात्रा सफल होगी। इस समय राहु गुरु के साथ युति (मिलन) कर गुरु चांडाल योग का निर्माण करेगा, जिससे पिता को सेहत से जुड़ी कोई समस्या हो सकती है। इस समय आप ऐसा कोई भी काम नहीं करे जो धर्म के विरुद्ध हो। साल का एक और बड़ा गोचर अक्टूबर के अंतिम दिनों में होगा जब राहु और केतु 30 अक्टूबर को क्रमशः मीन और कन्या में प्रवेश कर जाएंगे। राहु का आठवें भाव में गोचर केतु का मारक स्थान में गोचर स्वास्थ्य के लिहाज से अनुकूल नहीं कहा जा सकता है। इस समय राहु आपको भ्रमित करने का काम करेंगे और आप लोगों की बातों में आकर अपना ही नुकसान करवा लेंगे। यहां बैठा राहु जुआ और लॉटरी में धन हानि की ओर संकेत कर रहा है। बाकी और ग्रहों के गोचर भी समय समय पर आपके जीवन में बदलाव लाएगा।
जनवरी
आपके लिए वर्ष की शुरुआत में ही लग्नेश सूर्य और धनेश बुध राजयोग बनाकर पंचम में विराजमान है और आपके लाभ स्थान को प्रभावित कर रहे हैं। इस समय आपको सरकार से धन लाभ होगा। मीडिया और लेखन से जुड़े जातकों की शुरुआत बढ़िया रहने वाली है। माह के मध्य में सूर्य शत्रु भाव में गोचर कर शत्रुओं से निजात दिलवाने का काम करेंगे और 17 जनवरी को शनि सप्तम में गोचर कर भाग्य भाव को पुष्ट करने वाले है। इस समय गुरु के आठवें और भाग्य भाव में बैठे राहु पर शनि की दृष्टि के कारण जीवन में उतार चढ़ाव बना रह सकता है। इस समय आत्मबल के घटनाओं को समझना होगा। दशम में मंगल कार्य स्थल पर ऊर्जा बनाकर रखने वाले होंगे और यात्राओं से लाभ होगा।
फरवरी
फरवरी माह में सप्तम भाव में शनि शुक्र सूर्य की युति आपकी पत्नी के लिए थोड़ा कष्टकारी हो सकती है। इस समय पत्नी की स्वास्थ्य का ख्याल रखें। वहीं छठे भाव में बुध का गोचर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों को सुख प्रदान करने वाला होगा। मंगल की चौथे भाव पर दृष्टि के कारण आपकी रूचि वाहन या भवन खरीदने में जा सकती है। इस समय इंजीनियरिंग से जुड़े जातकों के लिए समय अच्छा रहेगा। स्त्री जातकों को इस माह शुक्र के सहयोग से अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। उच्च का शुक्र नए कारोबारी सम्बन्ध बनाकर आपको धन लाभ करवाने वाला होगा। तीसरे भाव में केतु का गोचर भाई बहनों से विवाद का कारण बन सकता है।
मार्च
मार्च के माह में मंगल का महत्वपूर्ण गोचर जीवन में बदलाव लेकर आने वाला है। मंगल का गोचर दशम भाव से निकलकर लाभ भाव में होगा वहीं शुक्र की युति भी भाग्य स्थान में राहु के साथ होगी। इस समय आपको अपने भाइयों और परिवार से लाभ होने के योग है। आपको अपना काम शुरू करने के लिए परिवार से मदद मिलेगी और आपका मन प्रसन्न होगा। भाग्य में शुक्र का गोचर कार्य स्थल पर महिला सहकर्मी का सहयोग लेकर के आएगा। इसके प्रभाव से आपको पत्नी के माध्यम से धन की प्राप्ति हो सकती है। अष्टम भाव में सूर्य गुरु की युति गूढ़ विद्या की ओर आपको लेकर के जाने वाली होगी हालांकि इस समय बुध के नीच राशि में होने से आपको मित्रों पर अधिक विश्वास करके नहीं चलना है।
अप्रैल
अप्रैल के माह में शुक्र आपके दशम स्थान में गोचर कर आपको लाभ देने वाला होगा और आपकी दूर दृष्टि से आपको भविष्य में बढ़िया मुनाफा होगा। इस समय आपकी वाहन खरीदने की इच्छा पूरी हो सकती है। परिवार में किसी मांगलिक कार्य का आयोजन होगा और शेयर मार्केट से भी फायदा है। 22 अप्रैल को गुरु मेष में होंगे और वहीं उच्च के सूर्य के साथ राहु की युति होगी। मेष राशि में सूर्य राहु गुरु बुध की यह युति आपके भाग्य को प्रबल कर सत्ता प्राप्ति में मदद करेगी। इस समय भाग्य पर देव गुरु की कृपा से आपके अटके काम पुरे होने लगेंगे और आपको यात्राओं से लाभ होगा। इस समय अपने पिता से आपको कोई बड़ी मदद मिल सकती है। शनि की सूर्य राहु पर दृष्टि के कारण पिता की सेहत का ध्यान रखना होगा।
मई
मई के माह में नीच के मंगल का गोचर आपको रक्त से जुड़ी कोई बीमारी दे सकता है। अगर आपको हृदय से जुड़ी कोई बीमारी है तो सावधान रहना होगा। इस समय पराक्रम भाव में बैठे केतु पर मंगल की दृष्टि किसी चोट का कारण बन सकती है। इस समय आपको अति उत्साह में कोई गलत काम नहीं करना है। लाभ भाव में सूर्य-शुक्र की युति स्त्री और मित्रों के माध्यम से सहयोग करवाने वाली रहेगी। इस समय आपका प्रेम प्रस्ताव मंजूर किया जा सकता है। इत्र,कपड़े के कारोबार से जुड़े जातक अच्छा धन अर्जित करेंगे। इस मई फैशन और ग्लैमर की दुनिया से जुड़ी महिला जातकों को कोई बड़ी कंपनी से ऑफर आ सकता है। विदेशी निवेश के लिए समय अनुकूल है।
जून
जून के माह में भाग्य और दशम भाव के स्वामी का व्यय भाव में गोचर यात्राओं से थकान दे सकता है। लग्न पर गुरु के प्रभाव से इस समय धर्म में रूचि बढ़ी हुई रहेगी। बुध दशम भाव में प्रवेश कर आर्थिक उन्नति के कारण बनने वाले है। इस समय शोध में लगे हुए छात्र अच्छा प्रदर्शन करेंगे। सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे जातकों को इस समय सफलता मिलती हुई दिखाई दे रही है। माह के मध्य में सूर्य लाभ स्थान में गोचर कर आपको उच्च अधिकारी वर्ग का सहयोग प्राप्त कराने वाले होंगे। इस समय सप्तम में विराजमान शनि पर मंगल की दृष्टि है और मंगल शनि का अशुभ षडाष्टक योग पत्नी से मनमुटाव का कारण बन सकता है।
जुलाई
जुलाई माह में लग्नेश और लाभेश की युति बारहवें भाव में होने से विदेश जाने का मौका मिल सकता है। इस समय आपके पिता को विदेश में सम्मानित भी किया जा सकता है। बुध सूर्य के बुधादित्य योग के कारण सरकारी नौकरी कर रहे जातकों को अच्छे परिणाम मिलने की उम्मीद की जा सकती है। लग्न में मंगल शुक्र की युति शनि से दृष्ट होने के कारण अहंकार और धमंड की वृद्धि हो सकती है। इस समय आप अत्यधिक क्रोध में आकर किसी स्त्री पर आघात भी कर सकते है। इस समय यौन इच्छा बढ़ी हुई रहेगी इस पर काबू करना होगा। सूर्य शनि के एक दूसरे से छठे और आठवें भाव में होने के कारण आपको उच्च अधिकारियों से सहयोग बनाकर चलना होगा। लग्न में विराजमान शुक्र पर गुरु की दृष्टि थोड़ी राहत देने वाली होगी।
अगस्त
अगस्त माह में आपको पैतृक संपत्ति मिलने के योग दिखाई पड़ रहे है। 7 अगस्त को कर्क राशि में शुक्र का प्रवेश जीवन में सुख सुविधा को बढ़ाने वाला होगा। इस समय आप अपनी पत्नी की मनपसंद चीज उसे लाकर दे सकते है। किसी महिला मित्र के साथ घूमने जाने का योग बना हुआ है। लग्नेश सूर्य का लग्न में बलवान गोचर आपको सरकार का प्रिय बनाने वाला होगा। इस समय आपके व्यक्तित्व में सूर्य जैसा तेज और ओज दिखाई देगा। इस माह बुध शनि का समसप्तक योग शोध कर रहे छात्रों के लिहाज से बढ़िया होगा। महिला वर्ग को इस माह अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत पड़ने वाली है।
सितंबर
सितम्बर माह में व्यापारी वर्ग को अच्छे मौके मिलते हुए दिखाई दे रहे है। इस समय बुध की कृपा से शिक्षक वर्ग को बड़ी नौकरी का प्रस्ताव आ सकता है। मीडिया,जनसंचार और लेखन से जुड़े जातक इस समय प्रसिद्धि प्राप्त करने वाले है। सप्तम भाव में विराजमान शनि पर केतु की दृष्टि थोड़ा वैवाहिक जीवन में तनाव पैदा कर सकती है इसका ध्यान रखना होगा हालांकि इस समय आपकी आध्यात्मिक ऊर्जा में वृद्धि होने की उम्मीद है। धन भाव में सूर्य मंगल का गोचर अपने परिवार का व्यवसाय संभाल रहे लोगों के लिए बेहद शुभ रहने वाला है। इस समय आपके परिवार में कोई मांगलिक कार्य का आयोजन भी हो सकता है। संतान पक्ष से कोई अच्छी खबर मिल सकती है। निःसंतान दम्पत्ति बच्चे के लिए कोशिश करेंगे तो सफल होंगे।
अक्टूबर
अक्टूबर माह में दशमेश शुक्र लग्न में ही गोचर कर उन्नति की ओर संकेत कर रहे है। इस समय आपके कार्यस्थल पर आपको बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। इस समय आपको अपनी पत्नी के माध्यम से भी धन प्राप्ति हो सकती है। शुक्र पर गुरु शनि की दृष्टि से इस समय स्त्री वर्ग का सहयोग मिलने वाला है। पराक्रम भाव में सूर्य मंगल बुध केतु का संचरण आपके साहस की वृद्धि करेगा और कार्य के सिलसिले में की गई यात्राओं से आपको सफलता प्राप्त होने की पूरी सम्भावना है। इस समय मंगल की दृष्टि से आपके गुप्त शत्रुओं का नाश होगा। गुरु मंगल के समसप्तक योग से आपको इस समय भवन और वाहन का सुख प्राप्त होगा। हालांकि आपको अपने क्रोध पर काबू रखना है। 30 अक्टूबर को राहु महाराज आठवें भाव यानि की मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे और वही केतु आपके दूसरे भाव में गोचर करेंगे। यह समय आपकी सेहत के लिए थोड़ा कष्टकारी होगा।
नवंबर
3 नवंबर को नीच के शुक्र की युति केतु के साथ होगी जिसके कारण आपको स्त्री के माध्यम से धन हानि होगी। अष्टम में विराजमान राहु की दृष्टि नीच के शुक्र पर होने के कारण धन संचय में कठिनाई और पत्नी को कष्ट सम्भव है। राहु के इस संचरण से आप गुरु चांडाल योग से मुक्त हो जाएंगे और गुरु महाराज अब पूरे बल से आपके भाग्य भाव की वृद्धि करेंगे। भाग्य के स्वामी मंगल माह मध्य में अपनी ही राशि में केंद्र में गोचर कर राजयोग का निर्माण करेंगे। केंद्र में मंगल बुध की से इस माह मानसिक बल प्राप्त होगा। शनि की सप्तम भाव से आ रही दृष्टि किसी पारिवारिक यात्रा की ओर संकेत कर रही है।
दिसंबर
साल के अंतिम माह में ग्रहों का गोचर आपके अनुकूल रहने वाला है। अपनी मूल त्रिकोण राशि तुला में शुक्र का गोचर आपकी वाणी में मधुरता प्रदान करने वाला होगा। इस समय मीडिया,कम्युनिकेशन और सिनेमा जगत से जुड़े जातक बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे। इस माह आपको यात्राओं से बेहद लाभ होने वाला है। पंचम में सूर्य का गोचर संतान पक्ष को मजबूती देने का काम करेगा वहीं शत्रु भाव में बुध आपको नौकरी में तरक्की दिलवाने का काम करने वाले है। इस समय भाग्य में विराजमान गुरु आपके व्यक्तित्व को निखारने का काम करेंगे। आपका एक आध्यात्मिक दृष्टिकोण जीवन को नई दिशा देने का काम करेगा। साल के अंत में शनि मंगल एक दूसरे से केंद्र में होंगे और आपको साझेदारी से जुड़े काम में लाभ देने का काम करेंगे। इस समय तेल, खनन और इंजीनियरिंग से जुड़े जातक धन लाभ की ओर अग्रसर होंगे।