लेबनान पर इज़रायली हमलों में सोमवार को 500 से अधिक लोगों की मौत की खबर सामने आई है, जिनमें 90 से अधिक महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। लेबनानी अधिकारियों के अनुसार, यह हमला 2006 के इज़रायल-हिज़बुल्ला युद्ध के बाद का सबसे घातक हमला माना जा रहा है। इज़रायली सेना ने इस कार्रवाई से पहले दक्षिणी और पूर्वी लेबनान के निवासियों को क्षेत्र खाली करने की चेतावनी दी थी।
बेरुत: इज़रायल और हिज़बुल्लाह के बीच संघर्ष में एक नया मोर्चा खुल गया है, जिसमें इज़रायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने लेबनान पर व्यापक हमले किए हैं। सोमवार को इज़रायल ने हिज़बुल्लाह के खिलाफ सबसे घातक हमला किया, जिसमें 500 से अधिक लोगों की जान चली गई, जिनमें 90 से अधिक महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मरने वालों में 35 बच्चे और 58 महिलाएं शामिल हैं, जबकि 1600 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। इस हमले ने लेबनान में भारी तबाही मचाई है, जिससे मानवीय संकट और अधिक बढ़ गया है। इज़रायली सेना ने हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर हमले के साथ ही, दक्षिणी और पूर्वी लेबनान के निवासियों को पहले ही क्षेत्र खाली करने की चेतावनी दी थी।
हमले के बाद अमेरिका ने जताई गंभीर चिंता
इज़रायल ने घोषणा की है कि उसने हिज़बुल्लाह के 1,600 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया है, जो इज़रायल पर हमलों के लिए इस्तेमाल किए जाते थे या हमले की तैयारी के लिए बनाए गए थे। इन हमलों के कारण लेबनान में बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। इस स्थिति को लेकर अमेरिका ने भी गंभीर चिंता व्यक्त की है। मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव और अस्थिरता के चलते, अमेरिका ने क्षेत्र में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती का फैसला किया है। इसका उद्देश्य वहां सुरक्षा स्थिति पर नजर रखना और किसी भी संभावित तनाव को रोकने में मदद करना है। इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि अमेरिका इस संघर्ष को और बढ़ने से रोकने की दिशा में कदम उठा रहा है, साथ ही अपने सहयोगी इज़रायल का समर्थन कर रहा हैं।
आम जनता को ढाल बना रहा हिजबुल्लाह
इज़रायली सेना ने दक्षिणी लेबनान के आम नागरिकों को हिज़बुल्लाह के ठिकानों से दूर रहने की चेतावनी दी है, यह दावा करते हुए कि हिज़बुल्लाह अपने हमलों के लिए नागरिक क्षेत्रों का इस्तेमाल कर रहा है और लोगों को ढाल बना रहा है। इज़रायल की लगातार हवाई हमलों के बावजूद, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट किया है कि यह युद्ध लेबनान के खिलाफ नहीं है, बल्कि हिज़बुल्लाह के खिलाफ है, जो इज़रायल के लिए सीधा खतरा हैं।
हिज़बुल्लाह ने दावा किया है कि वह इज़रायल और कब्जे वाले वेस्ट बैंक में इज़रायली सैन्य ठिकानों को निशाना बना रहा है। इस बयान से यह साफ है कि संघर्ष केवल दक्षिणी लेबनान तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे क्षेत्र में बढ़ सकता है। दोनों पक्षों की ओर से बढ़ते हमलों ने क्षेत्र में तनाव और अस्थिरता को और गहरा कर दिया हैं।