श्रद्धा कपूर की फिल्म स्त्री-2 के साथ-साथ फोक हॉरर फिल्म तुम्बाड की री-रिलीज ने भी दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया है। तुम्बाड ने पहले हफ्ते के मुकाबले दूसरे हफ्ते में शानदार बिजनेस किया है, जिससे यह स्त्री-2 के लिए एक बड़ा खतरा बनती जा रही है। दूसरे हफ्ते में तुम्बाड का कलेक्शन काफी प्रभावशाली रहा हैं।
एंटरटेनमेंट डेस्क: स्त्री-2 ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार सफलता प्राप्त की है, और अब 38 दिनों के बाद भी यह फिल्म अपनी पकड़ बनाए हुए है। हालांकि, तुम्बाड की री-रिलीज ने स्त्री-2 को चुनौती देने का प्रयास किया है। 13 सितंबर को रिलीज होने के बाद, तुम्बाड ने पहले हफ्ते में बेहतरीन कमाई की थी, और दूसरे हफ्ते में भी इसका क्रेज कम नहीं हुआ है। शनिवार को, तुम्बाड ने स्त्री-2 से सिंगल डे कमाई में थोड़ी पीछे रह गई, लेकिन फिर भी इसकी परफॉर्मेंस दर्शाती है कि फोक हॉरर फिल्में दर्शकों को प्रभावित कर रही हैं। अब देखना होगा कि क्या तुम्बाड अगले हफ्ते भी अपनी रफ्तार बनाए रख पाती है या नहीं और क्या वह स्त्री-2 की जगह ले पाएगी।
शनिवार को फिल्म 'तुम्बाड' ने की शानदार कमाई
बॉक्स ऑफिस पर री-रिलीज फिल्मों का गोल्डन पीरियड जारी है, जिसमें वीर-जारा और तुम्बाड जैसे फिल्में दर्शकों का ध्यान आकर्षित कर रही हैं। तुम्बाड ने हाल ही में 3 करोड़ से अधिक का कलेक्शन किया, और ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श के मुताबिक, फिल्म के शनिवार के आंकड़े भी बहुत अच्छे रहे। दूसरे वीकेंड पर तुम्बाड ने 2.50 करोड़ का कलेक्शन किया, जिससे इसका कुल घरेलू बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 18.98 करोड़ तक पहुंच गया है। यह आंकड़े दिखाते हैं कि तुम्बाड की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है और वह स्त्री-2 को अच्छी टक्कर दे रही है। दर्शकों की भीड़ इस फिल्म को देखने के लिए उमड़ रही है, जो इसके फोक हॉरर जॉनर के प्रति उनकी रुचि को दर्शाता हैं।
'स्त्री 2' पर खतरा बनकर मंडरा फिल्म 'तुम्बाड'
स्त्री-2 ने लंबे समय तक बॉक्स ऑफिस पर अपना राज कायम रखा, लेकिन अब उसका दबदबा धीरे-धीरे कम हो रहा है। सोहम शाह की तुम्बाड की रफ्तार को देखकर लगता है कि यह फिल्म स्त्री-2 के सिंगल डे कलेक्शन को पीछे छोड़ सकती है। 'तुम्बाड' की कहानी एक गांव के परिवार की है, जो पैतृक खजाने की तलाश में तीन पीढ़ियों से संघर्ष कर रहा है। फिल्म में 'हस्तर' नामक एक देवता को आटे की बनी डॉल खिलाई जाती है, जिससे वह सोना निकालता है। लेकिन अगर कोई व्यक्ति उसे खाना देने के बाद रुक जाता है, तो उसकी किस्मत खराब हो जाती है। इस दिलचस्प और भयावह कहानी ने दर्शकों को आकर्षित किया है और तुम्बाड की सफलता में योगदान दिया हैं।