Bihar News: भागलपुर की बेटी बनी Google इंजीनियर, 60 लाख का मिला पैकेज, जानें कौन हैं अलंकृता साक्षी?

Bihar News: भागलपुर की बेटी बनी Google इंजीनियर, 60 लाख का मिला पैकेज, जानें कौन हैं अलंकृता साक्षी?
Last Updated: 30 नवंबर -0001

बिहार की अलंकृता साक्षी ने गूगल में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में 60 लाख रुपये के पैकेज पर नियुक्ति हासिल की है, जो उनके अथक प्रयास, मेहनत और समर्पण का परिणाम है। यह सफलता केवल उनके लिए बल्कि राज्य के युवाओं के लिए भी एक प्रेरणादायक कहानी है।

Google: गूगल (Google) ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि प्रतिभा और मेहनत का कोई मापदंड नहीं होता। दुनिया की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी गूगल ने भारत की बेटी अलंकृता साक्षी को 60 लाख रुपये के आकर्षक पैकेज पर सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में नियुक्त कर देश का मान बढ़ाया है। यह नियुक्ति केवल अलंकृता की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता का परिणाम है, बल्कि यह भारतीय युवाओं के लिए भी एक प्रेरणादायक उदाहरण है। अलंकृता की इस उपलब्धि से यह स्पष्ट होता है कि अवसर और प्रतिभा के मेल से वैश्विक मंच पर सफलता पाई जा सकती है।

Google ने 60 लाख का दिया पैकेज

Alankrita Sakshi, जो भागलपुर जिले के नवगछिया के सिमरा गांव के निवासी शंकर मिश्रा की पुत्री हैं, ने कड़ी मेहनत और समर्पण से अपने करियर में यह अद्भुत सफलता हासिल की है। वर्तमान में वे झारखंड के कोडरमा में रह रही हैं, और उनकी यह उपलब्धि कई वर्षों की मेहनत का परिणाम है।

गूगल में 60 लाख रुपये के पैकेज पर सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में नियुक्त होने से पहले, अलंकृता ने बेंगलुरु में विप्रो, अर्न्स्ट एंड यंग, और सैमसंग हार्मन जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में कार्य अनुभव प्राप्त किया था। इन कंपनियों में काम करते हुए उन्होंने अपने तकनीकी कौशल को निखारा और आज वह गूगल जैसी विश्वविख्यात कंपनी का हिस्सा बनी हैं। उनकी यह सफलता केवल उनके परिवार के लिए गर्व की बात है, बल्कि भारत के युवा इंजीनियरों के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत है।

साक्षी की 2023 में हुई थी शादी

अलंकृता साक्षी का विवाह मनीष कुमार से 8 दिसंबर 2023 को हुआ था। मनीष कुमार भी बेंगलुरु में एक सॉफ्टवेयर कंपनी में कार्यरत हैं। अलंकृता का पैतृक घर बिहार के नवगछिया के सिमरा गांव में है, जबकि वर्तमान में उनका परिवार झारखंड के कोडरमा जिले के झुमरी तलैया में निवास कर रहा है।

कोडरमा से की पढ़ाई: अलंकृता

उनकी शिक्षा की यात्रा बेहद प्रेरणादायक रही है। उन्होंने अपनी 10वीं की पढ़ाई कोडरमा से की और 12वीं की शिक्षा जवाहर नवोदय विद्यालय, कोडरमा से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने हजारीबाग से बीटेक की डिग्री प्राप्त की। अपनी शिक्षा के दौरान अलंकृता ने कठिन परिश्रम और लगन से अपनी क्षमताओं को निखारा, जो अंततः गूगल जैसी शीर्ष कंपनी में उनकी नियुक्ति का कारण बना।

अलंकृता के परिवार में माता-पिता के अलावा दो बहनें और एक भाई भी हैं। उनकी मां, रेखा मिश्रा, एक निजी स्कूल में शिक्षिका हैं, जबकि उनके पिता कोडरमा में एक प्राइवेट नौकरी करते हैं।

परिवार में दौड़ी ख़ुशी की लहर

अलंकृता साक्षी के Google में चयन ने उनके परिवार में उत्साह और गर्व की भावना पैदा कर दी है। उनके परिवार का मानना है कि यह सफलता केवल अलंकृता की व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह उन सभी लड़कियों के लिए एक प्रेरणा है जो अपने सपनों को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं। अलंकृता की इस उपलब्धि से यह स्पष्ट होता है कि अगर सही दिशा, समर्पण, और मेहनत हो, तो कोई भी सपना असंभव नहीं है।

 

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