ओपी चौटाला का जन्म 1 जनवरी 1935 को हुआ था। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि पुराने समय में यह माना जाता था कि बेटे का पिता से ज्यादा शिक्षित होना ठीक नहीं, इसलिए उन्होंने पढ़ाई बीच में छोड़ दी।
om prakash chautala passed away: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इनेलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला का गुरुग्राम स्थित उनके आवास पर 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे काफी समय से बीमार चल रहे थे। ओपी चौटाला पूर्व उप प्रधानमंत्री देवी लाल के बड़े बेटे थे, जो पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने थे।
पढ़ाई छोड़ने का कारण
ओपी चौटाला का जन्म 1 जनवरी 1935 को हुआ था। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि पहले के समय में यह माना जाता था कि बेटे का बाप से ज्यादा पढ़ा-लिखा होना ठीक नहीं, इसीलिए उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी।
जेल में रहकर पूरी की शिक्षा
ओपी चौटाला को जेबीटी भर्ती घोटाले में दोषी पाया गया और उन्हें 10 साल की सजा हुई थी। वह तिहाड़ जेल में बंद थे, जहां उन्होंने 80 साल की उम्र में 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास की।
मुख्यमंत्री पद पर ओम प्रकाश चौटाला का कार्यकाल
ओम प्रकाश चौटाला ने पहली बार 2 दिसंबर 1989 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, लेकिन 22 मई 1990 को उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद 12 जुलाई 1990 को दूसरी बार मुख्यमंत्री बने, लेकिन उन्हें पांच दिन बाद इस्तीफा देना पड़ा। तीसरी बार 22 अप्रैल 1991 में मुख्यमंत्री बने, लेकिन उनके शपथ लेने के दो सप्ताह बाद ही केंद्र सरकार ने राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया।
ओपी चौटाला की शादी स्नेह लता से हुई थी, जिनकी मृत्यु 2019 में हुई थी। उनके दो बेटे अजय सिंह और अभय सिंह और एक बेटी सुनीता हैं। उनके बेटे और पोते भी राजनीति में सक्रिय हैं।
ओपी चौटाला की नेटवर्थ
ओपी चौटाला की नेटवर्थ करीब 15 करोड़ रुपये थी, जो उन्होंने 2009 के विधानसभा चुनाव के दौरान घोषित की थी। इससे पहले, 2005 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपनी संपत्ति 6 करोड़ रुपये बताई थी।
आय से अधिक संपत्ति के मामले
ओपी चौटाला के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले भी चले। सीबीआई की जांच में पता चला कि गुड़गांव में उनके तीन प्लॉट हैं, जिनकी कीमत आज लगभग 200 करोड़ रुपये है। इसके अलावा दिल्ली के करोल बाग में होटल, रेस्टोरेंट और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स भी हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 400 करोड़ रुपये है।