उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में प्रधानाचार्य योगेंद्र बहादुर सिंह की हत्या में शामिल दो अपराधियों को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया है। इस मुठभेड़ में एक अपराधी के पैर में गोली लगी है। दोनों आरोपी प्रयागराज के निवासी हैं। पुलिस ने जानकारी दी कि गिरफ्तार किए गए दोनों बदमाश प्रधानाचार्य की हत्या की योजना में शामिल थे। इनकी तलाश कई दिनों से जारी थी।
Bhadohi: उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में पुलिस को एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है। यहाँ इंद्र बहादुर सिंह नेशनल इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल योगेंद्र बहादुर सिंह के हत्या के मामले में शामिल दो अपराधियों को पुलिस ने बुधवार सुबह एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। यह मुठभेड़ दुर्गागंज थाना क्षेत्र के शेरपुर गोपालहां के पास हुई, जिसमें एक अपराधी के बाएं पैर में गोली लगी। उसका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। दोनों आरोपी फाफामऊ, प्रयागराज के निवासी हैं।
शेरपुर रोड पर मुठभेड़
बुधवार की सुबह गश्त के दौरान शेरपुर गोपालहां बारी रोड पर पुलिस ने दो बाइक सवारों को रोका, तो उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में फाफामऊ निवासी शकील के बाएं पैर में गोली लगी। पुलिस ने शकील के साथ प्रयागराज के निवासी आशीष को भी गिरफ्तार कर लिया। घायल बदमाश का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। एएसपी डॉ. तेजबीर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों बदमाश प्रधानाचार्य की हत्या की साजिश में भी शामिल हैं।
शूटरों को इकट्ठा करने में इनका भी योगदान है। जांच के दौरान जब पुलिस ने भागते हुए बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की, तो उन्होंने फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में एक बदमाश के पैर में गोली लगी है, जिसका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
पकड़े गए थे हत्याकांड के मास्टरमाइंड
भदोही कोतवाली के अमिलौरी गांव के निवासी एवं नेशनल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य योगेंद्र बहादुर सिंह की 21 अक्टूबर को सुबह नौ बजे दो बदमाशों ने अपाचे बाइक पर सवार होकर गोली मारकर हत्या कर दी थी। मंगलवार को पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा किया।
प्रयागराज के चिल्ला शिवकुटी निवासी मृतक शिक्षक अजय सिंह के बेटे सौरभ सिंह ने पुलिस द्वारा पकड़े जाने के बाद बताया कि उसके पिता की हत्या 27 साल पहले की गई थी। अपने पिता का बदला लेने के इरादे से, उसने प्रयागराज के रुदापुर, फाफामऊ निवासी मो. कलीम के साथ मिलकर भाड़े के शूटरों की मदद से प्रधानाचार्य की हत्या करवाई थी।
12 दिसंबर 1997 को हत्याकांड के मास्टरमाइंड सौरभ सिंह के पिता, अजय बहादुर सिंह, की ज्ञानपुर नहर के निकट हत्या की गई थी। इस हत्या के मामले में योगेंद्र सिंह और उनके छोटे भाई अनिल सिंह को आरोपी बनाया गया था। हालांकि, वर्ष 2002 में उन्हें अदालत से बरी कर दिया गया।