अमेरिका में गौतम अडानी के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी होने की पुष्टि हुई है। इस मामले में अमेरिकी कोर्ट के आदेश पर वारंट को अनसील किया गया है, जिससे अब यह दस्तावेज़ विदेशी कानून प्रवर्तन के लिए उपलब्ध हो सकेगा।
Gautam Adani: अरबपति कारोबारी गौतम अडानी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण अपडेट सामने आया है। अमेरिकी अदालत ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होने की पुष्टि की है। इस संबंध में कोर्ट के आदेश पर इस वारंट को अनसील किया गया, ताकि विदेशी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को यह दस्तावेज मुहैया कराया जा सके। यह कदम 31 अक्टूबर 2024 को अदालत के जज रॉबर्ट एम. लेवी के आदेश के तहत उठाया गया।
वारंट को अनसील करने की प्रक्रिया
न्यूयॉर्क के पूर्वी जिले के अमेरिकी अटॉर्नी ने अदालत में एक आवेदन दायर किया था, जिसमें अडानी के खिलाफ चल रहे अभियोग को आंशिक रूप से खोलने और विदेशी कानून प्रवर्तन को दस्तावेज़ प्रदान करने की मांग की गई थी। कोर्ट ने इस आवेदन को मंजूरी दी और इस तरह से गिरफ्तारी वारंट को अनसील कर दिया गया। यह कदम इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए आवश्यक माना जा रहा है।
आरोपों में शामिल हैं धोखाधड़ी और रिश्वत
अमेरिकी न्याय विभाग और सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने आरोप लगाया है कि गौतम अडानी की कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी ने एक सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देने की कोशिश की थी। इस मामले में अडानी और उनकी कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप भी लगाए गए हैं।
अमेरिकी अदालत में चल रही सुनवाई
अमेरिका के न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में सुनवाई के दौरान यह आरोप भी सामने आए हैं कि गौतम अडानी ने अपने व्यापारिक लाभ के लिए अमेरिकी निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की। इसके अलावा, एक सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए उन्होंने भारतीय अधिकारियों को मोटी रिश्वत देने का प्रयास किया था, जो कानूनी रूप से गलत था।
क्यों घिरे हैं गौतम अडानी?
गौतम अडानी पर लगे आरोपों के कारण उनकी कंपनी अब कई कानूनी विवादों में घिरी हुई है। अमेरिकी अदालतों में चल रही सुनवाई में यह आरोप सामने आए हैं कि अडानी ने भारतीय अधिकारियों के साथ मिलकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया और अपनी कंपनी के लिए गलत तरीके से अनुबंध प्राप्त किया। इस मामले में अब अमेरिका में जांच और कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जा रही है।