नई दिल्ली: AIIMS ने मरीजों के लिए शुरू की वाट्सएप सेवा, रिश्वत लेने वालों की कर सकते है शिकायत, नंबर किए जारी

नई दिल्ली: AIIMS ने मरीजों के लिए शुरू की वाट्सएप सेवा, रिश्वत लेने वालों की कर सकते है शिकायत, नंबर किए जारी
Last Updated: 27 फरवरी 2024

नई दिल्ली: AIIMS ने मरीजों के लिए शुरू की वाट्सएप सेवा, रिश्वत लेने वालों की कर सकते है शिकायत, नंबर किए जारी

दिल्ली एम्स (All India Institute of Medical Sciences - AIIMS) ने मरीजों की सुविधा के लिए एक वाट्सएप हेल्पलाइन नंबर (9355023969) की शुरुआत की है. यह सुविधा 29 फरवरी 2024 से प्रत्येक दिन (24 घंटे) संचालित होगी। इस योजना का मकसद एम्स को दलालों और रिश्वतखोरी से मुक्त करना है. मरीज से ओपीडी कार्ड बनवाने या इलाज के बदले कोई रिश्वत मांगता है,तो मरीज हेल्पलाइन नंबर पर इसकी शिकायत कर सकते हैं।

Subkuz.com के पत्रकार को AIIMS की प्रभारी डॉ. रीमा दादा ने बताया कि इस स्किम के तहत मरीज द्वारा की गई शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। जांच के दौरान मामले में दोषी पाए जाने पर कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और दलालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई होगी।

मरीजों को लुटते है दलाल

जानकरी के अनुसार अस्पताल संचालक ने बताया कि अस्पताल में दलालों की सक्रियता बहुत बड़ी समस्या है. दलाल मरीजों से पर्ची कटाने,जल्दी इलाज कराने और दवाई दिलाने के नाम पर पैसों की मांग करते है. तथा एम्स में विभिन्न डायग्नोस्टिक लैब संचालकों के दलाल जल्दी जांच कराने का हवाला देकर मरीजों को बाहर निजी लैब में जांच कराने के लिए ले जाते है और उनसे ज्यादा पैसे वसूलते हैं।

जानकारी के अनुसार एम्स के निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास को मरीजों और रिश्तेदारों से रश्वतखोरी की शिकायतें मिलने के बाद इस तरह के मामलों की शिकायत के लिए वाट्सएप हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. एम्स की प्रभारी डॉ. रीमा दादा ने बताया कि इस योजना का मकसद एम्स को दलालों और रिश्वतखोरी करने वालों को पकड़ कर सख्त कार्रवाई करना हैं. इस मामले में ठेके पर नियुक्त कर्मचारियों के दोषी पाए जाने पर उन्हें बर्खास्त कर दिया जाएगा तथा स्थायी सुरक्षा गार्डों के दोषी होने पर उन्हें निलंबित कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

 

 

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