बांग्लादेश का राजनीतिक संकट, भारत के लिए बनेगा मौका, इस इंडस्ट्री में आ रहें हैं लगातार ऑफर

बांग्लादेश का राजनीतिक संकट, भारत के लिए बनेगा मौका, इस इंडस्ट्री में आ रहें हैं लगातार ऑफर
Last Updated: 02 सितंबर 2024

बांग्लादेश में बढ़ते बवाल के कारण कपड़ा इंडस्ट्री प्रभावित हुई है, लेकिन इसका भारत की कपड़ा उद्योग पर सकारात्मक असर पड़ सकता है। भारत को इस स्थिति से फायदा हो सकता है क्योंकि कई कंपनियां अपने उत्पादन को बांग्लादेश से भारत में स्थानांतरित कर सकती हैं। इससे भारतीय कपड़ा उद्योग को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न हो सकते हैं।

Indian Textile Industries: बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री (Sheikh Hasina) की सरकार के गिरने के बाद, देश की राजनीतिक और आर्थिक स्थितियों में गंभीर बदलाव आए हैं। गारमेंट इंडस्ट्री, जो पहले देश की प्रमुख शक्ति थी, अब कट्टरपंथी प्रभाव और राजनीतिक संकट के चलते प्रभावित हो रही है। ग्लोबल बिजनेस प्लेयर्स (global player business) ने बांग्लादेश से दूरी बनानी शुरू कर दी है, जिससे भारतीय कपड़ा उद्योग के लिए नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं। भारत की कपड़ा उद्योग को इससे लाभ हो सकता है और नए रोजगार के अवसर भी मिल सकते हैं।

जानकारी के मुताबिक, भारत की गारमेंट इंडस्ट्री के लिए विदेश से लगातार डील्स रही हैं। रेमंड के अध्यक्ष और एमडी गौतम हरी सिंघानिया ने बताया कि देश और विदेश की बड़ी कंपनियों से लगातार ऑफर मिल रहे हैं, जो भारत के टेक्सटाइल सेक्टर के लिए एक सकारात्मक संकेत है।

बांग्लादेश में बिगड़े हालात

बता दें कि बांग्लादेश की टेक्सटाइल इंडस्ट्री ने पहले काफी सफलता हासिल की थी, लेकिन राजनीतिक संकट ने उसकी उपलब्धियों को नुकसान पहुंचाया। ऐसे में गौतम हरी सिंघानिया ने बताया कि इस स्थिति के बाद दुनिया की बड़ी कंपनियां रेमंड के पास ऑफर लेकर रही हैं। रेमंड ने दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी सूट बनाने वाली कंपनी बनने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश किया है और उन्हें बिजनेस के बड़े अवसर मिलने के सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं।

'भारत के पास है शानदार अवसर': सिंघानिया

गौतम सिंघानिया ने भारत की डायरेक्ट सेलिंग क्षमताओं और कपड़ा सप्लाई में उसकी मजबूत स्थिति पर जोर देते हुए कहा कि भारत के पास कपड़े की सप्लाई का एक शानदार मौका है, क्योंकि भारत में कपड़े का आधार है, जबकि बांग्लादेश में केवल गारमेंट का बेस है। उन्होंने यह भी बताया कि रेमंड जैसी कंपनियों के अलावा भारत में कई कंपनियां कपड़ा और गारमेंट बिजनेस दोनों में सक्रिय हैं। भारत को हमेशा अवसरों की तलाश में रहना चाहिए और इसका लाभ उठाना चाहिए।

'हमारे देश की राजनीतिक स्थिति बेहतर हैं'- सिंघानिया

टेक्सटाइल इंडस्ट्री में भारत के लिए बड़े पैमाने पर ग्रोथ की संभावनाएं हैं। हालांकि बांग्लादेश की तुलना में भारत में लेबर महंगा हो सकता है, लेकिन भारत के पास कपड़े की सीधी आपूर्ति है, जो एक महत्वपूर्ण लाभ है। भारत का राजनीतिक स्थिरता और समय की दक्षता भी उसकी प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाते हैं। इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए, भारत को टेक्सटाइल सेक्टर में अपनी स्थिति मजबूत करने और अवसरों का लाभ उठाने की पूरी संभावना है।

व्यापार और रोजगार में होगी वृद्धि

गौतम हरी सिंघानिया ने कहा है कि यदि भारत में कपड़े का व्यापार बढ़ता है, तो उनकी कंपनी को सेलिंग से 15 फीसदी और प्री टैक्स इनकम से 20 फीसदी तक वृद्धि की उम्मीद है। इसके साथ ही, उन्होंने उम्मीद जताई है कि रेमंड लाइफस्टाइल इस सप्ताह लिस्टेड हो जाएगा और कपड़ों से संबंधित बिजनेस को संभालेगा। रेमंड ने अपने तेजी से बढ़ते रियल एस्टेट कारोबार को अलग करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, और यह अगले साल जुलाई या अगस्त तक मार्केट में लिस्टेड हो जाएगा।

 

 

 

 

 

 

 

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