BJP Parivartan Yatra: दिल्ली में 8 दिसंबर से शुरू होगी भाजपा की परिवर्तन यात्रा, प्रधानमंत्री मोदी भी हो सकते हैं शामिल

BJP Parivartan Yatra: दिल्ली में 8 दिसंबर से शुरू होगी भाजपा की परिवर्तन यात्रा, प्रधानमंत्री मोदी भी हो सकते हैं शामिल
Last Updated: 02 दिसंबर 2024

भाजपा की परिवर्तन यात्रा 8 दिसंबर से शुरू हो रही है, जो दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के खिलाफ एक बड़ा अभियान साबित हो सकता है। इस यात्रा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी शामिल होने की संभावना हैं। 

नई दिल्ली: भाजपा की परिवर्तन यात्रा 8 दिसंबर से शुरू होगी, जो दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण अभियान बनेगी। इस यात्रा की शुरुआत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा या गृहमंत्री अमित शाह कर सकते हैं। शनिवार को भाजपा की प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में यात्रा के रूट और स्थानों पर चर्चा की गई, साथ ही यात्रा के लिए जिम्मेदार लोगों की ड्यूटी भी तय की गई।

यह परिवर्तन यात्रा आप सरकार के खिलाफ भाजपा का एक बड़ा चुनावी अभियान होगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी शामिल होने की संभावना है, जो इस यात्रा को और अधिक प्रमुख बना सकते हैं।

यात्रा को लेकर बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा 

दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक जबरन वसूली रैकेट चला रहे हैं। उन्होंने एक ऑडियो क्लिप का हवाला दिया, जिसमें आप विधायक अपने रिश्ते और वसूली गतिविधियों का खुलासा कर रहे हैं। सचदेवा ने कहा कि इस ऑडियो के बाद, पार्टी के अंदर की दोस्ती और रैकेट के नेटवर्क का खुलासा हुआ है। उन्होंने यह भी दावा किया कि नरेश बालियान अपने घर से इस रैकेट को चला रहे थे और अब यह जांच का विषय है कि यह हिस्सेदारी कहां जा रही हैं।

सचदेवा ने आप नेता संजय सिंह के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें सिंह ने कहा था कि बालियान को धमकियां मिलती थीं। सचदेवा ने इसे धमकी नहीं बल्कि दोस्ती बताया और कहा कि यह मामला अब कानून के हाथों में है, और भविष्य में और भी चेहरे सामने आएंगे।

बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी पर साधा निशाना 

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने हाल ही में केजरीवाल सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जो व्यक्ति पर पानी फेंकने की घटना में शामिल था, वह दरअसल दस हजार बस मार्शलों में से एक था, जिनकी नौकरी अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री बनने के बाद एक हस्ताक्षर से चली गई थी। सचदेवा ने यह भी कहा कि केजरीवाल अब दिल्लीवासियों से झूठी सहानुभूति बटोरने का पुराना तरीका छोड़ दें, क्योंकि जनता ने पिछले दस वर्षों में यह नौटंकी देखी हैं।

उन्होंने यह भी मांग की कि दिल्ली सरकार को बस मार्शलों से माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि उनकी वजह से कई लोग बेरोजगार हो गए हैं। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि दिल्ली भाजपा हर तरह के हिंसात्मक विरोध की निंदा करती है। सचदेवा ने यह आरोप भी लगाया कि केजरीवाल के साथ पिछले दस वर्षों में अटपटी घटनाएं घट चुकी हैं, जो संयोग नहीं, बल्कि एक जानबूझकर किए गए प्रयोग का हिस्सा हो सकती हैं।

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