2005 में आतंकवाद से आजाद हो चुकेजम्मू के Doda जिले में 12 जून के बाद से लगातार आंतकी हमले देखे जा रहे हैं। ऐसे में चौथे दिन भी जारी मुठभेड़ में यानि बुधवार देर रात करीब 2 बजे आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में सेना के दो जवान घायल हो गए है।
Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच फिर से मुठभेड़ होने की सूचना मिली है। यह मुठभेड़ कास्तीगढ़ इलाके के जद्दन बाटा गांव में देर रात करीब 2 बजे हुई। पुलिस अधिकारीयों ने गुरुवार (18 जुलाई) को इसकी जानकारी दी। स्थित घाटी में आतंकी एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। ऐसे ही सोमवार शाम को डोडा में हुए आतंकी हमले में 5 जवान शहीद हो गए थे।
दोनों पक्षों के बीच हुई गोलीबारी
अधिकारीयों ने बताया कि सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ कास्तीगढ़ इलाके के जद्दन बाटा गांव में देर रात करीब 2 बजे हुई। जानकारी के अनुसार आतंकवादियों ने तलाशी अभियान के दौरान एक सरकारी स्कूल में स्थापित अस्थायी सुरक्षा शिविर पर हमला किया। सुरक्षा बलों ने इसकी जवाबी कार्रवाई की और दोनों पक्षों के बीच एक घंटे से अधिक समय तक गोलीबारी जारी रही।
मुठभेड़ में सेना के दो जवान घायल
subkuz.com को मिली जानकारी के अनुसार, आतंकवादियों की इस मुठभेड़ में सेना के दो जवान मामूली रूप से घायल हो गए। वहीं, आतंकवादियों को बाहर निकालने के प्रयास अभी भी जारी हैं। सोमवार और मंगलवार रात को हुए आतंकी हमले में एक कैप्टन सहित सेना के चार जवानों की हत्या कर दी थी। इस हमले के बाद देसा और उसके आसपास के जंगली इलाकों में बड़े पैमाने पर ऑपरेशन के दौरान तलाशी अभियान शुरू किया गया।
चौथे दिन भी जारी तलाशी अभियान
सेना द्वारा चलाया गया तलाशी अभियान गुरुवार यानि आज छठे दिन भी जारी है। मंगलवार और बुधवार रात को देसा के जंगलों में दो स्थानों गोलीबारी हुई थी । बता दें कि डोडा जिले में 12 जून के बाद से हमले हो रहे हैं। वहीं, जब चटरगाला दर्रा में हुए एक आतंकी हमले में 6 जवान घायल हो गए थे, उसके अगले दिन गंदोह क्षेत्र में भी आतंकियों द्वारा फायरिंग की गई, जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हो गया था।
सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर
अधिकारीयों ने जानकारी दी कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने डोडा में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी। बता दें कि यह संगठन जैश-ए-मोहम्मद का ही ऑफ शूट है जिसने हाल ही में कठुआ स्थित सेना के काफिले पर हुए हमले की सम्पूर्ण जिम्मेदारी ली थी। जम्मू क्षेत्र में पिछले दिनों से कई स्थानों पर हुए आतंकी हमलों के बाद सुरक्षा बल को हाई अलर्ट के साथ अलग-अलग इलाकों में तैनात किया गया है।