हिमाचल प्रदेश के मनाली में बादल फटने से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई। पलचान में तेज बारिश के चलते लोगों में अफरा तफरी मच गई। मनाली प्रशासन भी राहत कार्य में जुटा हुआ हैं।
मनाली: हिमाचल प्रदेश के मनाली (Cloud Burst in Manali) में बुधवार (24 जुलाई) आधी रात को बादल फटने से अंजनी महादेव नदी और आखरी नाले में बाढ़ आ गई हैं। बाढ़ आने के कारण पलचान, रुआड और कुलंग गांव के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। नदी से आ रही भयंकर ध्वनि को सुनकर हर कोई भयभीत नजर आ रहा था। बाढ़ की चपेट में आकर पलचान में धनीराम और रामेश्वर जी का मकान बह गया, तथा दो-तीन मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए।
बाढ़ से पुल और पावर प्रोजेक्ट को पहुंची क्षति
बाढ़ के कारण पुल और पावर प्रोजेक्ट को भी काफी क्षति पहुंची है। घरों में रह रहे लोगों ने दूसरी ओर खुले स्थान पर भागकर अपनी जान बचाई, लेकिन घर बाढ़ की चपेट में आकर बह गया। बता दें पलचान और सोलंग के समीप स्नो गैलरी में मलबा आने के कारण मनाली-लेह मार्ग बंद हो गया है। मनाली प्रशासन राहत कार्य में संलग्न है। प्रशासन हानि का भी मूल्यांकन कर रहा है। जानकारी के मुताबिक बाढ़ से धनी राम और खिमी देवी का घर बह गया, जबकि सुरेश कुमार के घर को आंशिक क्षति पहुंची हैं।
घटनास्थल पर पहुंची सुरक्षा टीम और प्रशासन
प्रशासन आधी रात को बाढ़ आने की सूचना मिलते ही दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचा और राहत अभियान चलाते हुए लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। पलचान से पतलीकूहल तक के लोगों को सचेत करके सुरक्षा के इंतजाम किया गया। मौसम विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि आज मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान में कुछ बदलाव हो सकता है। बताया कि अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के करीब रहने की आशंका है। इसके अलावा प्रदेश में गुरुवार और शुक्रवार को भारी वर्षा के अनुमान जताया गया हैं।
बाढ़ के कारण ये हुआ नुकसान
* बाढ़ की चपेट में आने से पलचान में दो मकान पानी में बह गए और एक घर को काफी क्षति पहुंची है।
* बढ़ के कारण पलचान में प्रेम कुमार की 13 भेड़-बकरी बह गईं।
* अंजनी महादेव नदी ने पलचान पुल के पास से अपना रुख मोड़ लिया और सड़क पर नदी का पानी बहने से मनाली-लेह मार्ग को भी बंद करना पड़ा।
* सोलंग नाला के समीप आखरी नाले में भी बाढ़ के पानी की आवक होने से सड़क क्षतिग्रस्त हो गई।
* पलचान, रुआड, कुलंग सहित नेहरुकुण्ड और पतलीकूहल के लोग काफी प्रभावित हुए और रातभर डर के कारण सो नहीं पाए।
* आलू ग्राउंड के पास मलबा जमा होने से नदी ने अपना रुख मोड़ लिया, जिससे सड़क पर बाढ़ का पानी बहने लगा।
* बाढ़ की चपेट में आने से क्लाथ में ब्यास नदी पर बने पुल के ढाँचे पानी में बह गए।