Corbett Tiger Reserve: मां की मौत के बाद नानी के साथ रहती खुशी हथिनी की हुई मौत, कर्मियों की आंखे हुई नम

Corbett Tiger Reserve: मां की मौत के बाद नानी के साथ रहती खुशी हथिनी की हुई मौत, कर्मियों की आंखे हुई नम
Last Updated: 07 अप्रैल 2024

कार्बेट टाइगर रिजर्व में पांच साल पहले कर्नाटक से नौ पालतू हाथी और हथिनीयों को लाया गया था। कार्बेट में आने के बाद गंगा हथिनी गर्भवती हो गई थी और उसने एक बच्ची (हथिनी) को जन्म दिया। कार्बेट प्रशासन ने उस बच्ची का नाम खुशी रखा। कुछ दिन पहले मां की मौत के बाद आज खुशी हथिनी की भी बीमारी के चलते मौत हो गई।

रामनगर: कार्बेट टाइगर रिजर्व में गंगा हथिनी की मौत के बाद उसकी बेटी खुशी हथिनी अपनी नानी के साथ रहती थी. लेकिन शनिवार को बीमारी के कारण  खुशी हथिनी की भी मौत हो गई। डॉक्टर ने काफी प्रयास किया उसे बचाने का लेकिन उसे नहीं बचाया जा सका। उसने हाथीखाना कालागढ़ में अंतिम सांस ली। बताया गया है कि अगले महीने 14 मई को खुशी का हैप्पी बर्थडे भी था। जिसको लेकर अभी से विभाग ने तैयारी कर राखी थी। लेकिन जन्मदिन से पहले ही ख़ुशी ने उनका साथ छोड़ दिया।

पांच साल पहले लाया गया कार्बेट टाइगर रिजर्व में

अधिकारी ने Subkuz.com को बताया कि पांच साल पहले कर्नाटक राज्य से नौ पालतू हाथी और हथिनीयों को कार्बेट टाइगर रिजर्व में लाया गया था। इस ग्रुप में गंगा हथिनी और उसकी मां कपिला हथिनी भी थी। कार्बेट टाइगर रिजर्व आने के बाद गंगा हथिनी गर्भवती हो गई और उसने 14 मई 2022 को एक बच्ची को जन्म दिया। कार्बेट प्रशासन ने गंगा की बेटी का नाम खुशी रखा। उसका नामकरण संस्कार विधि-विधान के साथ किया गया।

नानी कपिला के साथ रहती थी खुशी

अधिकारी ने बताया कि गंगा हथिनी के मां बनने पर कालागढ़ में मिठाई बांटकर खुशी मनाई गई। लेकिन खुशी हथिनी के जन्म की यह खुशी छह माह में ही तहस-नहस हो गई। क्योकि उसकी मां गंगा ने दम तोड़कर उसका साथ छोड़ दिया। खुशी के अकेल होने पर विभाग के लिए उसे जिंदा रखना बहुत बड़ी चुनौती बन गई। लेकिन खुशी को उसकी नानी कपिला हथिनी ने संभाल लिया और अपने साथ रखने लगी।वह अपनी नानी के साथ काफी घुल मिल गई थी और  हाथियों में सबसे छोटी होने के कारण सभी कर्मचारी उसे बहुत प्यार और दुलार भी देते थे।

सीटीआर निदेशक धीरज कुमार पाण्डेय ने मीडिया को बताया कि मृत मादा हाथी का बच्चा 23 महीने का था। वह लंबे समय से किसी बीमार से ग्रस्त था। विभाग के वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी दुष्यंत कुमार शर्मा के सानिध्य में उसका उपचार चल रहा था। शुक्रवार की सुबह हाथी के बच्चे की अचानक से मौत हो गई। शव का पोस्टमार्टम करके आंतरिक अंगों के सेंपल लेकर फोरेसिंक जांच के लिए आईवीआरआई बरेली भेज दिए गए हैं। उसकी मौत से सभी कर्मचारियों गहरा आघात लगा हैं।

Leave a comment
 

Latest Columbus News