गोरखपुर: रोडवेज बसों के लिए नए नियम, चालक और परिचालक की लगी लॉटरी, ग्रामीण क्षेत्रों में हुई मौज
सरकार के नए नियमो के अनुसार परिवहन निगम (रोडवेज) की बसें गांवों में अब रात के समय भी रुकेंगी। गांव में रात्रि विश्राम के लिए चालकों और परिचालकों का भत्ता बढ़ा दिया है. रात्रि भत्ता 100 प्रति दिन तथा 40 पैसे प्रति किमी अतिरिक्त देने का प्रस्ताव पास किया है. ताकि वे रात के समय गांव में रुक सकें और ग्रामीणों का आवागमन सरल हो सके। सरकार की मंशा है कि एक भी गांव बस सेवा के बिना नहीं रहेगा।
Subkuz.com को प्राप्त जानकारी के अनुसार परिवहन निगम मुख्यालय लखनऊ ने शहर और कस्बो से गांवों को जोड़ने के लिए 1540 नए मार्गों का निर्धारण किया है। निगम का मानना है कि ग्रामीण क्षेत्र के मार्गों पर चलने वाले चालक और परिचालक पर्याप्त भत्ता नहीं मिलने के चलते रात में ठहरते ही नहीं है.अधिकतर चालक और परिचालक ग्रामीण क्षेत्रों में ड्यूटी भी नहीं करना चाहते है. गांवों में इन रूटों पर बसें तो चलती है, लेकिन रात के समय नहीं रुकती है. ऐसे में सुबह शहर जाने वाले ग्रामीणों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. उस समय कोई अन्य साधन भी नहीं मिलता हैं।
चालक और परिचालक के लिए रात्रि भत्ते में इजाफा
परिवहन निगम के अधिकारीयों ने बताया कि गांवों की समस्या के समाधान के लिए चालक और परिचालक को रात्रि हाल्ट भत्ता बढ़ाकर 100 रुपये प्रतिदिन तथा प्रति किमी 40 पैसे अतिरिक्त भुगतान करने का प्रस्ताव पास किया गया है. वर्तमान में चालकों और परिचालकों के लिए रात्रि हाल्ट भत्ता 61 रुपये प्रति दिवस और 1.81 रुपये प्रति किमी मानदेय निर्धारित किया गया है. परिवहन निगम के सहायक प्रबंधक (संचालन) गोपाल दयाल ने क्षेत्रीय कार्यालयों से आने वाले खर्चों का प्रस्ताव मांगा हैं।