गोरखपुर: टिकट को लेकर बीजेपी सांसदों पर लगा ग्रहण, दावेदारों से मिल रही कड़ी चुनौती, कौन है टिकट की लाईन में…

गोरखपुर: टिकट को लेकर बीजेपी सांसदों पर लगा ग्रहण, दावेदारों से मिल रही कड़ी चुनौती, कौन है टिकट की लाईन में…
Last Updated: 22 फरवरी 2024

गोरखपुर: टिकट को लेकर बीजेपी सांसदों पर लगा ग्रहण, दावेदारों से मिल रही कड़ी चुनौती, कौन है टिकट की लाईन में…

लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे है. टिकट को लेकर भारतीय जनता पार्टी में घमासान बढ़ता जा रहा है. महराजगंज सीट से छह बार सांसद रह चुके केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी के टिकट पर भाजपा के नियम के चलते ग्रहण लगता दिखाई दे रहा है. गोरखपुर की 9 लोकसभा सीटों पर सांसदों को प्रतिद्वंद्वियों से कड़ी चुनौती मिल रही है. पार्टी टिकट की लाईन में पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री, वर्तमान और पूर्व विधायक शामिल हैं।

सांसद पंकज चौधरी की टिकट पर लगा ग्रहण

Subkuz.com के पत्रकार को पार्टी सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के अनुसार महराजगंज सीट से छह बार सांसद रह चुके केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी के टिकट पर भाजपा के नियमों के चलते ग्रहण लग सकता है. भाजपा के नियमों में तीन बार सांसद रह चुके नेताओं को टिकट नहीं देने की बात लिखी गई है. इसलिए महराजगंज के दो विधायक बड़ी खामोशी से टिकट की लाईन में लगे हुए हैं।

बताया कि डुमरियागंज में सांसद जगदंबिका पाल को अपनी टिकट बचाने के लिए पूर्व मंत्री और पूर्व विधायक से संघर्ष करना पड़ेगा। 73 वर्षीय सांसद हरीश द्विवेदी की इस बार टिकट की दावेदारी तगड़ी है, लेकिन दो पूर्व विधायकों की दावेदारी को भी नजरंदाज नहीं किया जा सकता है. तथा पार्टी के कई पदाधिकारी भी टिकट की दौड़ में बने हुए हैं।

जानकारी के अनुसार संतकबीर नगर के सांसद प्रवीण निषाद की सीट सुरक्षित है, लेकिन कुछ मजबूत दावेदार चुनौती दे सकते है. उनमें पूर्व विधायक, वर्तमान विधायक के पिता और पूर्व सांसद के बेटे की दावेदारी मजबूत दिख रही है. गोरखपुर की दो संसदीय सीट में से गोरखपुर सदर सांसद रवि किशन के सामने अभी तक कोई भी दावेदारी पेश नहीं कर पाया है. बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान टिकट पर तीन बार सांसद रहने के नियम का दायरा आ रहा है. इसलिए इस सीट पर बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता हैं।

दो सीटों पर हो सकता है बड़ा उलटफेर

पार्टी के सूत्रों में मिली जानकारी के अनुसार बस्ती और डुमरियागंज दो ऐसी संसदीय सीट है. जहां दल-बदल से बड़ा राजनीतिक उलटफेर हो सकता है. बस्ती में एक पूर्व मंत्री मंत्री ने इस सीट पर अपना राजनीतिक दांव खेल दिया है. तथा डुमरियागंज में दूसरे दल के नेता भाजपा से टिकट की दावेदारी पेश कर रहे है. उन्हें पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा से टिकट नहीं मिली थी जिसके कारण उन्होंने दूसरे दल का हाथ थाम लिया था।

 

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