किसानों की इस समय भगवान बहुत बड़ी परीक्षा ले रहा है. एक तरफ तो फसलों पर ओले और बारिश कहर बरसा रहे है वहीं आग फसलों को जिन्दा जला रही हैं. ऐसी आगजनी की एक घटना में हरियाणा के चरखी दादरी में गेहूं की फसल को आग से बचाने के चक्कर में एक किसान की झुलसने से मौत हो गई।
चरखी दादरी: हरियाणा में चरखी दादरी के सांतौर गांव में मंगलवार (२३ अप्रेल) दोपहर को एक किसान के खेत में खड़ी गेहूं की फसल में अचानक से आग लग गई. आग बुझाने के दौरान खेत मालिक किसान की झलने से मौत हो गई। वहीं आग की चपेट में आने से किसानों की करीब पांच-सात एकड़ गेहूं की फसल पूरी तरह जलकर राख हो गई। मृतक व्यक्ति की पहचान जयप्रकाश सैनी (46 वर्ष) के रूप में हुई हैं। मरने वाला किसान तीन भाइयों में सबसे छोटा था।
अचानक से लगी थी आग
आसपास के लोगों ने Subkuz.com को बताया कि सांतौर गांव में कई किसानों के खेतों में पककर खड़ी गेहूं की फसल में अचानक से संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई थी। इस वारदात की सूचना मिलने के बाद आसपास के सभी किसान मौके पर पहुंच गए और किसी प्रकार से आग पर काबू पाने का प्रयास करने लग गए। बताया कि जब जयप्रकाश अपनी फसल को आग से बचाने के लिए खेत के बीच में चला गया. तेज हवाओं के कारण आग दहक उठी और किसान उसकी चपेट में आ गया। कुछ ही समय में आधा दर्जन किसानों की फसल पूरी तरह जलकर राख हो गई।
अविवाहित था मृतक जयप्रकाश
ग्रामीणों ने बताया कि फसल को बचाने के चक्कर में किसान की जलने से मौके पर ही मौत हो गई. उसके बाद आसपास के किसानो ने खेत में जयप्रकाश की बॉडी को बाहर निकाला पुलिस की यह घटना की सूचना दी। सदर थाना पुलिस ने सूचना मिलने के बाद तुरंत मौके पर पहुंचकर बॉडी को अपने कब्जे में लिया तथा पोस्टमार्टम करवाने के लिए दादरी के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में पहुंचाया। स्वजनों ने बताया कि जयप्रकाश की अभी तक शादी नहीं हुई थी।वह परिवार में तीन भाइयों में सबसे छोटा था। बताया कि पूर्व मंत्री सतपाल कुमार सांगवान, भारतीय जनता पार्टी की नेता बबीता कुमारी फौगाट ने अस्पताल में पहुंचकर परिवार के लोगों को सांत्वना दी और प्रशासन से मामले की तहकीकात करवाकर उचित मुआवजा देने की मांग उठाई हैं।